Fri. Sep 19th, 2025

पाकिस्तानी सेना प्रमुख पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर को जमकर लताड़ लगाई है। ओवैसी ने मुनीर को रोड छाप आदमी तक कह गया। उन्होंने भारत सरकार से रक्षा बजट बढ़ाने की भी मांग की।

 

नई दिल्लीः एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर पर जमकर निशाना साधा है। ओवैसी ने असीम मुनीर को सड़क छाप आदमी तक कह गया। पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर की परमाणु धमकी पर ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी चीफ के शब्द और जो धमकियां वो भारत को दे रहे हैं वह निंदनीय है। दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि यह अमेरिका से हो रहा है, जो भारत का रणनीतिक साझेदार है।

ओवैसी ने कहा कि असीम मुनीर ‘सड़कछाप आदमी’ की तरह बोल रहे हैं। हमें यह भी समझने की ज़रूरत है कि पाकिस्तानी सेना और उनके डीप स्टेट से लगातार खतरे को देखते हुए हमें अपना रक्षा बजट बढ़ाना होगा ताकि हम तैयार रह सकें।

असीम मुनीर ने क्या कहा था?

असीम मुनीर ने भारत पर परमाणु हमले की धमकी देते हुए कहा कि हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं। अगर पाकिस्तान डूब गया, तो वह आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेगा। मुनीर ने अमेरिका के फ्लोरिडा के टैम्पा में संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय कमान (CENTCOM) के निवर्तमान कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला के सेवानिवृत्ति समारोह में कहा कि हम भारत को सिंधु नदी पर बांध नहीं बनाने देंगे। उन्होंने कहा कि हम भारत द्वारा बांध बनाने का इंतज़ार करेंगे और जब वह ऐसा करेगा तो हम उसे 10 मिसाइलों से तबाह कर देंगे। सिंधु नदी भारतीयों की पारिवारिक संपत्ति नहीं है। हमारे पास मिसाइलों की कमी नहीं है।

इसके अलावा, उन्होंने पाकिस्तान की कथित योजनाओं का भी ज़िक्र किया कि वह भारत पर परमाणु हमले कैसे शुरू करेगा। मुनीर ने कहा कि हम भारत के पूर्व से शुरुआत करेंगे, जहां उन्होंने अपने सबसे मूल्यवान संसाधन स्थापित किए हैं और फिर पश्चिम की ओर बढ़ेंगे।

पाकिस्तान पर भारत का पलटवार

असीम मुनीर के बयान पर भारत ने पलटवार करते हुए कहा कि वह परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाता रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा कि परमाणु हथियार लहराना पाकिस्तान की आदत है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस तरह की टिप्पणियों में निहित गैरज़िम्मेदारी पर अपने निष्कर्ष निकाल सकता है, जो ऐसे देश में परमाणु कमान और नियंत्रण की अखंडता पर गहरी शंकाओं को भी पुष्ट करता है जहां सेना आतंकवादी समूहों के साथ मिली हुई है।

About The Author