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Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024 : राजनैतिक दलों को चुनाव प्रचार-प्रसार हेतु कार्यकर्ताओं के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी ..!

Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024 :

Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024 : आम चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की अधिसूचना जल्द जारी हो सकती है। फिलहाल ऐसी अटकलें हैं कि पहले चरण का मतदान अप्रैल के आखिरी या मई के पहले हफ्ते में हो सकता है।

Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024 :आम चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की अधिसूचना जल्द ही जारी हो सकती है। फिलहाल कयास है कि अप्रैल अंतिम हफ्ते या मई पहले हफ्ते पहले चरण का मतदान हो सकता है। शेष चरण का मतदान भी 10-15 दिन में (मई माह) पूरा हो जाएगा। राजनैतिक दलों को अधिसूचना जारी होते ही बड़ी संख्या में अस्थाई तौर पर कार्यकर्ताओं की जरूरत होगी। इधर देश भर के विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं या तो शुरू हो गई है या होने ही वाली है। जो अप्रैल मई तक जा सकती है। लिहाजा युवा कार्यकर्ताओं के लाले पड़ सकते हैं। या उनके भाव बढ़ सकते हैं

अधिसूचना जारी होते ही सभी पार्टियां प्रचार में जुट जाएंगी-

अधिसूचना जारी होते ही तमाम पार्टीया अपने प्रत्याशियों की घोषणा कुछ दिनों में पूर्ण कर लेंगी। जिसके तुरंत बाद प्रचार-प्रसार आम सभाएं शुरू हो जाना है। हाईटेक का जमाना है-ऐसे में पढ़े लिखे कार्यकर्ताओं की पूछ-परख भी होनी है। तो वही दीगर प्रकार के कार्य के लिए अध्यनरत या कामकाजी युवाओं को राजनैतिक पार्टियां काम पर लेंगी। ऐसे में सवाल उपजता है कि कॉलेजों में नियमित या अनियमित तौर पर परीक्षा दिला रहे परीक्षार्थी क्या मार्च-अप्रैल में चुनाव प्रचार-प्रसार में वक्त दे पायेगे। आमसभाओं के लिए भीड़ जुटाने क्या मशक्कत कर सकेंगे।

कॉलेज परीक्षाओं के कारण युवा वर्ग दूरी बनाए रखने का प्रयास करेंगे

दूसरी और चूंकि आम चुनाव के प्रचार-प्रसार का मौका 5 बरस में एक बार आता है। लिहाजा युवाओं का एक वर्ग इस मौके पर राजनैतिक दलों से अस्थाई तौर
जुड़कर या प्रत्याशी का करीबी होने से लाभ उठाना (आर्थिक) चाहेगा। उन्हें फकत 15-20 दिन या माह भर के प्रचार-प्रसार से 10-15 हजार मेहनताना मिल जाता है। तो ऐसा युवा वर्ग इसमें बुराई नही देखता। वह परीक्षा के साथ-साथ प्रचार-प्रसार में लग जाता है। पर एक बड़ा युवा वर्ग परीक्षा को प्राथमिक देता है। इस वजह से कार्यकर्ता जुटाने में राजनैतिक दलों को गर्मियों में दुगुना पसीना आ सकता है। परीक्षाओं के चलते युवा दूरी बनाए रखने की कोशिश करते हैं। गर्मियों में बुजुर्ग कार्यकर्ता बाहर निकलना ज्यादा पसंद नहीं करता। वैसे उपरोक्त स्थिति में पैसा बहुत कुछ प्रभाव भी डालता है।

(लेखक डा. विजय)

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