छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 : टिकट मिलते ही दर्जनों को काम मिलेगा …!

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 :
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 : प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल बन चुका है
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 : प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल बन चुका है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 उम्मीदवारों को लेकर दल हिसाब से कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ दिनों में चुनाव आचार संहिता भी लग जाएगी। तब गतिविधियां यकायक बढ़ जाएगी। इन सबके बीच दर्जन भर से अधिक प्रकार के, चुनावी सीजन के काम-धंधे या कारोबार या रोजगार निकल आयेगे। लोग दीपावली के ठीक समय पर मौके का फायदा उठा चार पैसा कमाना चाहेंगे। आइए देखते हैं किस-किस वर्ग को क्या-क्या काम -धंधा या रोजगार माह-डेढ़ माह के लिए मिलता है –
राजनीतिक दल जैसे ही प्रत्याशी घोषित करेंगे वैसे ही नजदीकी कार्यकर्ता प्रत्याशी के साथ सक्रिय तौर पर जुड़ जायेगे। छोटे-बच्चों, महिलाओं को मोहल्ले कालोनी में प्रचार-प्रसार, नारेबाजी, पंपलेट आदि बांटने लगाना होगा। जिन्हें उम्र सीमा, घंटे, पारी देखकर पारिश्रमिक मिलेगा। कार्यकर्ता जो नेताजी ( प्रत्याशी) के संग लगातार घूमेंगे-जुड़े रहेंगे। हाट लाइन पर- उन्हें एक निश्चित राशि प्रतिदिन या सप्ताह हिसाब से तय रहेगी। जो 500 प्रतिदिन से ढाई-तीन हजार रुपए हफ्ता हो सकती है। इसके अलावा चाय-नाश्ता, गुटखा, खाना-पीना मुफ्त। दुपहिया के लिए पेट्रोल मिलेगा।
फ्लेक्स, बैनर, पोस्टर बनाने वालों को काम कई प्रत्याशियों, दलों से मिलेंगे। हजारों-लाखों का धंधा। फ्लेक्स ,पोस्टर, बैनर लगाने चिपकाने के लिए आदमी चाहिए होगा। उसे 400- 600 प्रतिदिन या साप्ताहिक। इसी तरह रिक्शा, ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा वालों को सामग्री ढोने, सवारी लाने- ले जाने एवं दीगर कार्यों के लिए ठेका, प्रतिदिन, सप्ताह माह के हिसाब से। कार्यालय के नजदीकी पान ठेला- चाय ठेले वाले को प्रतिदिन हजार- आठ सौ का अतिरिक्त धंधा मिलेगा। या कार्यालय से सीधे-ठेका पास के भोजनालय में खाने-पीने की व्यवस्था। जिन्हें 1500-2000 रुपए प्रतिदिन का धंधा मिलेगा।
प्रत्याशी को सम्पूर्ण हिसाब किताब खर्च का रखना है। लिहाजा लेखपाल या सचिव, मुनीम रखना होगा। सीए से बिल पास करना होगा। वकील करना होगा जो प्रत्याशी द्वारा फार्म भरने के दौरान सारी वैधानिक प्रक्रिया का पालन कराएगा। उससे माह भर तक संपर्क। पंडाल लगाने वाले को धंधा मिलेगा। कार्यालय के सामने पंडाल लगने से माहौल बनता दिखता है तो वही गतिविधियां सुचारु होती है। पंडाल माह भर का खर्च है। प्रचार- प्रसार हेतु नाच, गायन,नाट्य मंडलियों को साथ रखना होगा। जो प्रस्तुति देकर मतदाताओं को रिझायेगे। फूल- माला वालों को रोजगार मिलेगा। नेताजी की सभा या स्टार प्रचारक की आमसभा यात्री बस वालों को आमसभा में कार्यकर्ता, श्रोता, दर्शक ढोने काम। पंडितों को उम्मीदवारों के यत्र-तंत्र कार्यालय उद्घाटन के समय पूजा-पाठ मुहूर्त समय हेतु काम। घर-घर पर्ची बांटने का कार्य। कार्यालय की साफ-सफाई, पानी पिलाने दरी साफ करने के लिए अदद बाई। एक दो व्यक्ति प्रेस विज्ञप्ति तैयार करने, बांटने। विरोधी दल की गतिविधियों पर नजर रखने कुछ लोग।
(लेखक डॉ. विजय )