जम्मू-कश्मीर, नक्सलवाद से लेकर पूर्वोत्तर तक… अमित शाह ने बताया कितनी कम हो गई हिंसा

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के 10 वर्षीय कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हिंसा में 75% की कमी आई है. जीरो टॉलरेंस नीति और प्रभावी नेतृत्व को इसका कारण बताया गया. कोविड प्रबंधन और गरीबों के कल्याणकारी कार्यक्रमों की भी तारीफ की . गृहमंत्री के कहा कि 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के नेतृत्व में देश के तीन बड़े हॉटस्पॉट जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और नक्सल प्रभावित इलाकों में हिंसा में 75 प्रतिशत की कमी आई है, उन्होंने इसे मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति और सशक्त नेतृत्व का रिजल्ट बताया है. शाह ने यह भी भरोसा जताया कि 2026 तक नक्सलवाद पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर को उदाहरण बताते हुए कहा कि इन कदमों ने आतंकियों और नक्सलियों को बड़ा संदेश दिया है. गृहमंत्री के अनुसार, मार्च 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा.
कोविड प्रबंधन और सामूहिक शक्ति
अमित शाह ने कोविड महामारी के समय मोदी सरकार की कोशिशों को ऐतिहासिक बताया है, उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया अकेले संघर्ष कर रही थी तब भारत में केंद्र और राज्य सरकारें और इसके साथ ही 140 करोड़ लोग एकजुट होकर लड़े. इसी सामूहिक शक्ति के कारण भारत ने संकट को सफलतापूर्वक संभाला और यह पीएम मोदी के मजबूत नेतृत्व की मिसाल है.
गरीबों के लिए योजनाओं का लाभ
गृहमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने 11 सालों में 60 करोड़ गरीबों को घर, बिजली, शौचालय, गैस कनेक्शन, साफ पीने का पानी, मुफ्त राशन और 5 लाख रुपये तक का हेल्थ कवर दिया. दशकों से इंतजार कर रहे गरीबों की समस्याओं का समाधान एक दशक में कर दिया गया. शाह के मुताबिक, मोदी जी ने गुजरात की तरह पूरे देश में सर्वसमावेशी विकास का रास्ता अपनाया है.
गृहमंत्री ने बताया कि कैबिनेट में जब कोई चर्चा होती है तो पीएम मोदी कभी किसी फैसले को प्रभावित नहीं करते. सामूहिक रूप से जो भी फैसला होते हैं वो ही मोदी जी का फैसला होता है.