Amir Sarfaraz Sarabjit Singh : भारत का एक और दुश्मन हुआ ढेर, सरबजीत की मौत में था बड़ा हाथ

Amir Sarfaraz Sarabjit Singh : पाकिस्तान के लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि सरबजीत की हत्या करने वाले दो लोगों में एक अमीर सरफराज था।
Amir Sarfaraz Sarabjit Singh : लाहौर : पाकिस्तान के लाहौर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। लाहौर के इस्लामपुरा में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की ‘अज्ञात हमलावरों’ ने गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि अज्ञान हमलावरों ने सरफराज को एक के बाद एक कई गोलियां मारी, जिससे घटनास्थल पर ही उसने दम तोड़ दिया। अमीर सरफराज को आतंकवादी संगठन लश्कर के सरगना हाफिज सईद का करीबी माना जाता है। यह वही शख्स है, जिसने भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की उस वक्त हत्या कर दी थी, जब वे लाहौर की कोट लखपत जेल में कैद थे।
अमीर सरफराज ने ISI के इशारे पर पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत सिंह की हत्या कर दी थी। कोट लखपत जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह पर हमले में प्रमुख व्यक्ति अमीर तनबा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। इस घटना के बाद पुलिस ने तेजी से इलाके की घेराबंदी कर ली है। साथ ही शूटरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
सरबजीत की कर दी थी हत्या
सरबजीत को जेल से बाहर निकालने के लिए उनकी पत्नी सुखप्रीत कौर ने काफी कोशिशें की थी। लेकिन मौत की सजा पाए दो पाकिस्तानी कैदियों में से एक अमीर सरफराज और मुदस्सर ने 2013 में भारत के सरबजीत की हत्या कर दी थी। उन दोनों ने लाहौर की कोट लखपत जेल में 49 वर्षीय सरबजीत सिंह पर ईंटों, नुकीली धातुओं, लोहे की छड़ों और ब्लेड से हमला किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी।
अदालत ने कर दिया था बरी
दिसंबर 2018 में, एक पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत सिंह की हत्या के मामले में दो प्रमुख संदिग्धों – अमीर सरफराज उर्फ तांबा और मुदस्सर – को उनके खिलाफ “सबूतों की कमी” का हवाला देते हुए बरी कर दिया था। सभी गवाहों के मुकर जाने के बाद लाहौर सेशन कोर्ट ने दोनों आरोपियों को बरी करने का फैसला सुनाया था। उस वक्त एक अधिकारी ने कहा था, “अदालत में दोनों संदिग्धों के खिलाफ एक भी गवाह ने गवाही नहीं दी। अदालत ने उनके खिलाफ सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया।”