Amarnath Yatra: एक दिन के ब्रेक के बाद फिर शुरू हुई बाबा बफार्नी की यात्रा, 915 तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना
Amarnath Yatra 2023 : आषाढ़ माह के आखिरी प्रदोष यानी 1 जुलाई 2023 के दिन शिव भक्तों के लिए बाबा बर्फानी की गुफा खोल दी गई और इसी के साथ अमरनाथ यात्रा की शुरूआत हुई। अब यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। मौसम के बिगड़े मिजाज और श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए यात्रा में एक दिन का ब्रेक लगा दिया गया था जिसे शनिवार को दोबारा शुरू किया गया।
915 तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना
एक दिन के ब्रेक के बाद जब यात्रा दोबारा शुरू हुई तो अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 915 तीर्थयात्रियों का नया जत्था शनिवार सुबह स्थानीय भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। यात्रा ड्यूटी में लगे अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्री कड़ी सुरक्षा के बीच तड़के साढ़े तीन बजे से पौने चार बजे के बीच 33 वाहनों के काफिले में गुफा मंदिर के लिए रवाना हुए।
पहलगाम आधार शिविर से रवाना हुआ जत्था
अधिकारियों ने बताए कि श्रद्धालुओं के नए जत्थे में 97 महिलाओं, 25 साधुओं और तीन साध्वियों सहित 675 तीर्थयात्री अनंतनाग जिले के पहलगाम आधार शिविर की ओर रवाना हुए। इसके साथ ही 240 श्रद्धालु गांदेरबल जिले के बालटाल आधार शिविर की ओर रवाना हुए।
अब तक 4.31 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा बफार्नी के दर्शन
दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा के लिए एक जुलाई से 62-दिवसीय यात्रा शुरू हुई थी और अब तक 4.31 लाख से अधिक श्रद्धालु हिम शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी कमी के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा जम्मू और कश्मीर से यात्रा को वैकल्पिक रूप से चलाने का निर्णय लेने के बाद शुक्रवार को श्रद्धालुओं का कोई भी काफिला भगवती नगर आधार शिविर से रवाना नहीं हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि 23 जुलाई को गुफा मंदिर में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के पिघलने के कारण तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आई। यात्रा अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। श्रद्धालुओं की संख्या अब कमी आ रही है। बता दें कि अमरनाथ यात्रा का समापन 31 अगस्त को होगा।