छोटे दलों में गठबंधन की संभावना नहीं !

प्रदेश में विधानसभा चुनाव हेतु छोटे दलों में गठबंधन
रायपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव हेतु छोटे दलों में गठबंधन होते नहीं दिख रहा है। बसपा, छजकां, आप, आदिवासी समाज की पार्टिया अलग-अलग रहकर चुनाव लड़ेगी। जिसका प्रभाव कांग्रेस-भाजपा दोनों पर पड़ेगा। दोनों का कुछ-कुछ वोट उपरोक्त छोटे दलों में बंट सकता है पर अधिक दल होने से चुनाव दिलचस्प बन सकता हैं।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव नवंबर अंतिम दिसंबर पहले हफ्ते के मध्य होगा। इस हेतु भाजपा-कांग्रेस ने रणनीति बनाना-कमर कसना शुरू कर दिया है। दोनों के मध्य सीधी एवं अच्छी टक्कर की संभावना हैं।
परंतु बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस, सर्वहारा आदिवासी समाज अलग-अलग लड़ेगा। उनमें गठबंधन शायद ही हो। ऐसे में ये छोटे दल शायद ही पूरी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे पर स्वाभाविक है कि वोट बाटेंगे। भाजपा-कांग्रेस के मत भी सामान तौर पर काटेंगे।
उपरोक्त सबके बावजूद ये दल लगता नहीं कि ज्यादा सीटें निकाल पाए। राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार छोटे दल कुल जमा 5-7 सीट (अधिकतम) निकाल सकते हैं। उपरोक्त दल जहां से नहीं लड़ेंगे उस सीट पर वे क्या किसी को समर्थन देंगे। प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर या फिर निष्पक्ष रहेंगे। यह देखना होगा। खैर ! जो हो जितनी अधिक पार्टिया किसी सीट पर लड़ेगी उतना ही दिलचस्प वहां चुनावी माहौल बनेगा यह तय हैं।