अमेरिका के बाद इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर किया हमला

संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले किए जाने की रूस और चीन ने निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने कहा कि युद्ध भयावह रूप ले सकता है।
इजरालय ने परमाणु ठिकानों पर किया हमला
अमेरिका के बाद इजरालय ने ईरान के फोर्डो परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। ईरान की न्यूज एजेंसी तस्नीम की रिपोर्ट के अनुसार कोम प्रांत के क्राइसिस मैनेजमेंट हेडक्वार्टर ने कहा कि ईरान के फोर्डो परमाणु ठिकानों पर इजरालय की सेना ने हमला किया है।
ईरान के 6 हवाई अड्डों पर बमबारी
इजरायल ने दावा किया है कि उसने ईरान के 6 एयरबेस पर हमला किया है। IDF ने ईरान के मध्य, पूर्वी और पश्चिमी ईरान में 6 हवाई अड्डों पर बमबारी की है। IDF ने कहा कि ड्रोन हमले में उसने 15 ईरानी लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को नष्ट कर दिया है।
इजरायली सेना लगातार ईरान पर बमबारी कर रही है। खबर सामने आई है कि इजरायली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान और कराज को निशाना बनाया है।
इजरायल के कई शहरों में बिजली ठप
ईरान ने आज इजरायल पर ताबड़तोड़ बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। ताजा हमले में इजरायल के दक्षिणी इलाके की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। ईरान ने इजरायल इलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन पर हमला किया। इसके कारण कई शहरों की बिजली चली गई है। ईरानी हमले के दौरान करीब 35 मिनट तक पूरे इजरायल में सायरन बजता रहा।
ईरान पर हमले के बाद पाकिस्तान में हलचल तेज
ईरान पर अमेरिकी हमले का असर पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान ने क्षेत्रीय स्थिति की चर्चा के लिए NSC की एक आपात बैठक बुलाई है।
ईरान में अब तक 950 लोगों की मौत
ईरान-इजरायल युद्ध में अब तक 950 ईरानी नागरिकों की मौत हुई है। वॉशिंगटन आधारित मानवाधिकार समूहों के अनुसार इजरायली हमलों में 950 ईरानी नागरिक मारे गए हैं, 3450 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायल ने कहा कि युद्ध में अब तक 24 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 1000 से अधिक नागरिक घायल हैं।
अमेरिकी हमला एक खतरनाक मोड़
संयुक्त राष्ट्र महासभा के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमला एक खतरनाक मोड़ है। हमें तुरंत और निर्णायक रूप से कार्रवाई करनी होगी, ताकि लड़ाई रोकी जा सके। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर गंभीर और बातचीत फिर से शुरू हो सके।
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रूस और चीन ने कही हमले की निंदा
रूस और चीन ने हमले की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत फु कोंग ने कहा कि पश्चिम एशिया में हथियार के बल पर शांति स्थापित नहीं की जा सकती है। संवाद और कूटनीति ही समाधान का सही रास्ता है। ईरानी परमाणु मुद्दे पर कूटनीतिक विकल्प अभी समाप्त नहीं हुए हैं। शांति का रास्ता अब भी खुला है।
निर्णायक कार्रवाई का समय है: अमेरिका
सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका ने कहा कि अब निर्णायक कार्रवाई का समय है। अमेरिका ने सुरक्षा परिषद से अपील की है कि ईरान से कहा जाए कि वह इजरायल को मिटाने की अपनी नाकाम कोशिशों को समाप्त करे। परमाणु हथियार बनाने की अपनी कोशिशों को रोकें। ईरान परमाणु कार्यक्रमों को छिपाता रहता है।
तनाव भयावह रूप ले सकता है: कतर
कतर ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए चेतावनी दी है कि यह तनाव भयावह रूप ले सकता है। साथ ही, कुवैत, कतर और सऊदी अरब सहित आइएइए ने परमाणु साइट से किसी तरह के रेडिएशन के रिसाव की कोई सूचना नहीं दी है। मिस्र, जॉर्डन और यूएई जैसे देशों ने भी सभी पक्षों से क्षेत्रीय अस्थिरता से बचने का आग्रह करते हुए आगे तनाव नहीं बढ़ाने का आग्रह किया है। सऊदी अरब, यूएई, कतर, अमेरिका और ईरान दोनों को ही संकेत दे रहे हैं कि वे अपने हवाई क्षेत्र या ठिकानों का किसी तरह के हमले के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे। साथ ही, ये देश ईरान के पलटवार की स्थिति में हाई अलर्ट पर हैं।
ईरान ने पहली बार दागी खैबर मिसाइल, इजरायल में 84 घायल
ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने रविवार को इजरायल पर 20वीं बार मिसाइल हमला किया। इन हमलों में पहली बार ईरान ने खैबर शेकन नाम की उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया। यह हमला बेन गुरियन हवाई अड्डे और इजरायल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया। इजरायल ने कहा है कि इन हमलों में 84 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। गौरतलब है कि खैबर शेकन ईरान की सबसे आधुनिक और शक्तिशाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक है। इसे विशेष रूप से दुश्मन के हवाई रक्षा तंत्र को चकमा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।