98 के हुए आडवाणी, PM मोदी ने दी जन्मदिन की शुभकामनाएं; बताया- ‘महान दृष्टिकोण वाला राजनेता’
बीजेपी के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी का आज जन्मदिन है। पीएम मोदी ने आडवाणी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने उन्हें एक महान दृष्टिकोण वाला राजनेता भी बताया है।
नई दिल्ली: बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का आज जन्मदिन है। आडवाणी के जन्मदिन पर देश भर के नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। इसी क्रम में पीएम मोदी ने भी लाल कृष्ण आडवाणी के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिए आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी है। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में आडवाणी को ‘‘एक महान दृष्टिकोण वाला राजनेता’’ बताया।
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
PM मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘लालकृष्ण आडवाणी जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं। महान दृष्टिकोण वाले और तीक्ष्ण बुद्धिमत्ता से संपन्न राजनेता आडवाणी जी का जीवन भारत की प्रगति को सुदृढ़ करने के लिए समर्पित रहा है।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘‘उन्होंने निस्वार्थ कर्तव्य और दृढ़ सिद्धांतों की भावना को सदैव अपनाया। उनके योगदान ने भारत के लोकतांत्रिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ी है। ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करे।’’
98 वर्ष के हुए आडवाणी
राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा को एक मजबूत ताकत के रूप में उभारने में लाल कृष्ण आडवाणी की अहम भूमिका रही है। आडवाणी शनिवार को 98 वर्ष के हो गए हैं। उन्हें इस वर्ष भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।
वाजपेयी की सरकार में रहे उप प्रधानमंत्री
लाल कृष्ण आडवाणी ने साल 2002 से 2004 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। 1980 में जनता पार्टी के विघटन के बाद आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना की थी। दोनों ने मिलकर पार्टी की विचारधारा को आकार देने और पूरे भारत में इसके प्रभाव को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
1990 में रथ यात्रा का किया नेतृत्व
लाल कृष्ण आडवाणी के राजनीतिक जीवन में मील का पत्थर राम जन्मभूमि आंदोलन का उनका नेतृत्व था। अयोध्या में विवादित बाबरी मस्जिद स्थल पर राम मंदिर के निर्माण की वकालत करते हुए उनकी 1990 की रथ यात्रा ने हिंदू राष्ट्रवादी भावनाओं को उभारा और उन्हें एक प्रमुख जन नेता के रूप में स्थापित किया।

