रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव क्षेत्र 2023 : दक्षिण रायपुर विधानसभा क्षेत्र, बृजमोहन के घर पर महंत नाहक घिरे …!

रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव क्षेत्र 2023 :
रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव क्षेत्र 2023 : दक्षिण रायपुर विधानसभा क्षेत्र, बृजमोहन के घर पर महंत नाहक घिरे …!
रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव क्षेत्र 2023 : रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव इस बार महत्वपूर्ण बन गया है। रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव क्षेत्र 2023 दरअसल क्षेत्र के बेहद लोकप्रिय विधायक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल लगातार सात बार से कांग्रेस प्रत्याशियों को पटकनी देते रहे हैं। जिससे यह क्षेत्र भाजपा की अमोघ दीवार बनी हुई है। कांग्रेस ने हर बार यहां अपना प्रत्याशी बदला पर उसे मुंह की खानी पड़ी। इस बार फिर वही रुख रखते हुए प्रत्याशी बदल कर कांग्रेस ने जैजेपुर के पूर्व विधायक महंत राम सुंदर दास को उतारा है। जिस पर अंदर की चर्चा है कि सीधे-साधे महंत कहां फंस गए हैं।
कांग्रेस ने राजधानी में जब अपना प्रचार-प्रसार शुरू किया तो पहला इलाका दक्षिण रायपुर विधानसभा को चुना। जिसके पीछे वजह बृजमोहन यानी भाजपा को अमेघ दीवार ढहना बताया गया। उनके इस प्रयास को दक्षिण के लोगों ने जरा भी लिफ्ट नहीं दी थी। ख्याली पुलाव करार दिया गया। खैर इस अहम सीट को लेकर चुनाव सर्वे न्यूज़ रिपोर्ट ने ततसंबंध में पिछले हफ्ते सर्वे किया क्षेत्र में सर्वाधिक जनसंख्या 40 हजार साहू फिर मुस्लिम वर्ग 30 हजार, यादव 20हजार, ब्राह्मण 10 हजार, अग्रवाल 10000, मारवाड़ी 20000, अन्य 50हजार है। साहू समाज ने लोगों का कहना है कि उनका मत हर बार बृजमोहन भैय्या को जाता है। इस बार उनके प्रदेश अध्यक्ष मोतीलाल साहू को रायपुर ग्रामीण से भाजपा ने टिकट दी है। लिहाजा बृजमोहन को ही वोट देंगे कृत संकल्पित है।
मुस्लिम वर्ग के ज्यादातर लोगों का कहना है कि बृजमोहन भैय्या उनके दिलों में बसते हैं। कोई भी समस्या हो चाहे सामाजिक, व्यक्तिगत, सामूहिक उन्हें खबर देते ही वे दौड़े चले आते हैं। बैरन बाजार, छोटापारा, बैजनाथ पारा, टिकरापारा, पुरानी बस्ती आदि परिक्षेत्रों में रहने वाले मुस्लिम सर्वे के दौरान कहते -पूछते हैं महंत पामगढ़ से कभी जैजेपुर से लड़ते हैं। अब रायपुर दक्षिण पहुंच गए हैं। वे दूधाधारी मठ शिवरीनारायण समेत तीन मठ के महंत है। तीन-तीन जगह। दूसरे उन्हें धार्मिक, कर्मकांडों से फुर्सत नहीं वैसे व्यक्ति सीधे-सरल सज्जन हैं। पर दक्षिण रायपुर विस्तृत इलाका है। जिसे सम्हालने बृजमोहन जैसे दमदार नेता चाहिए। सर्वे के दौरान मुस्लिम कुछ मुस्लिमों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि जिस 22 निर्दलीय मुसिलमों के नामांकन वापस लेने की खबर दी गई- उसके साथ यह क्यों नहीं बताया गया या प्रेस ने क्यों नहीं पूछा कि उन्हें यानि 22 मुसिलमों प्रत्याशियों को किसने खड़ा किया अचानक इतने मुस्लिम औरतें के लिए ये कैसा त्याग करने लगी। इस सर्वे में ज्यादातर मुस्लिम कहते है कि बृजमोहन को 40 वर्षों से छात्र जीवन से जानते हैं। उनके बारे में हमें बताने की जरूरत नहीं हैं। वे हम सबके छोटे-बड़े भाई हैं। सही मायनों में जनप्रतिनिधि हैं।
रही बात अग्रवाल समाज तो लगभग सौ फीसदी बृजमोहन के पक्ष में है। ब्राह्मण समाज में 70 फीसदी घुसपैंठ बृजमोहन रखते हैं। अन्य समाजों में भी 75 फीसदी लोग उन्हें अपना मसीहा मानते हैं। सबका कहना है कि बृजमोहन से मात खाने वाला कांग्रेस प्रत्याशी पलट कर क्षेत्र में नहीं आता। 7 प्रत्याशी हार के बाद चेहरा दिखाने तक नहीं आते। सुख-दुःख में पूछने नहीं आते। ज्यादातर लोगों का कहना था कि जब महंत पामगढ़, जैजेपुर इलाके से टिकट मांग रहे थे। तो उनका गढ़ है तो वहां से क्यों प्रत्याशी नहीं बनाया यहां जो नगर निगम पदाधिकारी द्वारा टिकट मांगने, तैयारी किए हुए थे उन्हें क्योंकर टिकट नहीं दिया
(लेखक डॉ विजय )