तेजस्विन तुझे सलाम … !

देश के मशहूर हाई जंप एथलीट
नई दिल्ली। भारत के हाई जंप के प्रसिद्ध एथलीट तेजस्विन शंकर ने दीगर खेल के नामी खिलाड़ियों के समक्ष नैतिकता, ईमानदारिता का जबरदस्त उदाहरण पेश किया है। जिसे लेकर अन्य प्रसिद्ध खेल के नामी खिलाड़ियों को थोड़ा चिंतन-मनन आत्मीय तौर पर कर लेना चाहिए।
तेजस्विन शंकर हाई जंप के देश के जाने-माने एथलीट हैं। यह बात क्रिकेट, हाकी, फुटबाल, प्रेमियों या जानकारों को शायद कम पता होगी। खैर ! आश्चर्य भी क्यों- क्रिकेट में पैसा- ग्लैमर बरसता है। तेजस्विन ने इसी माह 17 तारीख से हंगरी के बुड़ापेस्ट में होने वाले विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग न लेने का फैसला किया है। पता है क्यों ! खुद तेजस्विन के शब्दों में जाने पढ़े -” आपको खुद के प्रति ईमानदार होना जरूरी है। अपनी संभावनाओं के बारे में बहुत ईमानदार और स्पष्ट हूं। मेरा इस साल आउटडोर सीजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2.21 मीटर है तो मैं विश्व चैंपियनशिप में 2.30 मीटर की छलांग लगाने की उम्मीद कैसे कर सकता हूं। मुझे वहां जाकर 2.16 या 2.20 मीटर की छलांग लगा खाली हाथ लौटने का कोई तुक दिखाई नहीं देता। इसके बजाय मैं एशियाई खेलों के लिए तैयारी करूंगा जहां मेरे लिए पदक जीतने की संभावना है। ”
तेजस्विन शंकर चाहे तो बड़ी आसानी से विश्व कप चैंपियनशिप में भारत का हिस्सा बन सकते थे। परंतु उन्होंने बड़ी ईमानदारी साफगोईता के साथ वस्तु स्थिति सामने रख दी। इसे कहते हैं महान आत्मा। बेहतरीन खेल भावना याद नहीं पड़ता उनसे पचास-सौ गुना ज्यादा धनवान किसी भारतीय प्रसिद्ध क्रिकेटर, या हॉकी, फुटबॉल, टेनिस प्लेयर ने ऐसी साफगोईता,स्पष्टता, ईमानदारिता दिखाई हो- तब जब उनका फार्म में नहीं होना जग जाहिर रहा हो। यदि जमीर हो तो संबंधित खिलाडी तेजस्विन से मिल लें या टाईम कम हो तो मोबाइल पर चर्चा कर ले। एशियाई खेल 2.23 में इस बार हाई जंप नही है। इसलिए वे पुरुषों के डिकेथलॉन स्पर्धा में शिरकत करेंगे। बैकांक एशियाड में उन्होंने इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था। ऑल द बेस्ट तेजस्विन शंकर… !