हाईब्रिड टमाटर उत्पादन पर रोक लगे, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

कुछ किसान बेजा लाभ उठाने जुटे
रायपुर। देश -प्रदेश में टमाटर का उत्पादन कम होने से, वर्तमान भाव रिकार्ड तोड़ 200 रुपए किलो पर चला गया है। कुछ किसान मौके का लाभ उठा हाईब्रिड टमाटर लगा रहे हैं, जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से हानिकारक है। इस पर रोक लगानी चाहिए।
टमाटर के भाव ने अच्छे-अच्छे के पसीने निकाल दिए हैं। ठीक है मौसम की मार के चलते उत्पादन कम हुआ है। जिसके चलते डिमांड 25 गुना है तो सप्लाई 1 गुना। यानी 25 अनुपात 1 का। भाव तेजी से बढ़ते-बढ़ते 200 रुपए किलो पार कर गया है। जबकि इसका सेवन कतई अत्यावश्यक नही है। अगर सेवन कुछ समय रोक दें तो भाव उसी रफ्तार से गिर जाएगा जिस तेजी से चढ़ा है। वजह टमाटर को ज्यादा दिन सुरक्षित नहीं रखा जा सकता।
खैर ! इधर देश के कई किसान इस मौके का बेजा फायदा लेने जल्द तैयार होने वाले टमाटर-यानी हाईब्रिड टमाटर की फसल तैयार करने जुट गए हैं। जिसमें टमाटर अप्रत्याशित-बड़ा साइज का होगा। खाद्य के जानकारों का कहना है कि हाईब्रिड टमाटर उत्पादन पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए। हाईब्रिड सिस्टम से उत्पादित टमाटर समेत अन्य सब्जी-भाजी केमिकल युक्त होती हैं। जो लीवर, किडनी का एक समय बाद बाधित करती हैं। नुकसान होता है। यह जरूर है कि हाईब्रिड टमाटर जल्द (सामान्य की तुलना में आधे से कम समय) तैयार हो जाते हैं। लोग बड़ा होने के आकर्षण के चलते, लालच में आकर माल उठा लेते हैं। ज्यादातर ग्राहक जानते तक नहीं की है हाईब्रिड सब्जी-भाजी टमाटर प्याज खाद्यान्न लेते वक्त वे खाद्य-सब्जी उपज उत्पाद नहीं बल्कि बीमारी का संसाधन खरीद रहे हैं। हाईब्रिड सब्जी-भाजी कालांतर में आसाध्य रोग पैदा करते हैं।