परेशानी – दुर्घटनाएं रोकने ट्रैफिक विभाग नया प्रयोग करे

टाटीबंध ओव्हर ब्रिज मामला
रायपुर। टाटीबंध स्थित निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज के पूरा होने में समय लग रहा है। जिससे वहां जाम के हालात एवं दुर्घटना बढ़ी हैं। हर वाहन चालक चौक पहुंच परेशान होता है ओर उसका 10-15- 20 मिनट का समय जाया हो रहा हैं।
बेशक बगैर पूरा निर्माण इस “वाई” आकार की ओव्हर ब्रिज को शुरू नहीं किया जाना चाहिए। पर बेहतर होता वाहन चालकों को हो रही परेशानियों, दुर्घटनाओं को रोकने प्रयोग के तौर पर तरीका ईजाद कराने का। अगर ट्रैफिक व्यवस्था संचालन में जवानों की संख्या बढ़ा दी जाए तो संभव है कि पारी-पारी से कुछ मिनटों का अंतराल देकर वाहन निकाले जा सकते हैं।
मसलन पहली स्थिति कुम्हारी ओव्हर ब्रिज पार कर आरंग रायपुर-बिलासपुर जाते वाहनों को टाटीबंध स्थित निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज से 200 मीटर दूर 2 या 3 मिनट रोका जाए। दूसरी ओर रायपुर- आरंग से भिलाई, बिलासपुर जाने वाले वाहन जाने दिए जाए। जबकि इस बीच बिलासपुर से भिलाई, आरंग, रायपुर जाने वाले वाहनों को 200 मीटर दूर रोके रहें। फिर पहली स्थिति यथावत रखते (रोके) आरंग, रायपुर वालो को भिलाई, बिलासपुर की ओर जाने से 2-3 मिनट रोकें। इस बीच बिलासपुर से रायपुर, भिलाई, आरंग की ओर जाने वाले वाहनों को जाने दिया जाए।
ठीक इसके विपरीत यानी भिलाई से आरंग, रायपुर, बिलासपुर जाने वालों को जाने दिया जाए। परंतु इस बीच रायपुर, आरंग से भिलाई, बिलासपुर या बिलासपुर से भिलाई जाने वाले वाहनों को टाटीबंध से 200 मीटर दूर (पहले) 2-3 मिनट रोका जाए।
उपरोक्त प्रयोग टाटीबंध चौक से 200 मीटर की दूरी पर समस्त वाहनों को रोक कर (2 -3 मिनट) अगर किया जाए, तो हर तरफ के वाहन टाटीबंध चौक पर बिना रुके आगे बढ़ जायेगे। उन्हें किसी तरह रुकावट नहीं झेलनी पड़ेगी। बेशक पारी-पारी प्रणाली के चलते 200 मीटर दूर 2-2 या 3-3 मिनट रुकना पड़ेगा। दो बार में कुल 4 -4 मिनट या 6-6 मिनट ठहरना होगा। पर यह रुकना-ठहराव हर वाहन चालक पसंद करेगा। उसे मालूम रहेगा कि टाटीबंध चौक पर आसानी से अपनी वाहन सीधे पार कर गंतव्य की ओर चले जाएगा। साथ ही पीछे लगे वाहन भी उसी दिशा में जायेंगे। जहां ठहराव पड़ाव होगा। वहां हर बार बायां या दायां मार्ग खुला रहेगा। जरूर इस व्यवस्था को सम्हालने में वर्तमान की तुलना में दुगुने के करीब ट्रैफिक जवानों की जरूरत पड़ेगी। पर परेशानी या दुर्घटनाए नहीं होंगी, 15-20 मिनट का वक्त जाया होने से बच जाएगा।