गबन के मामले में लेखापाल निलंबित : रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद तहसील के स्टेनो पर भी गिरी गाज

बिलासपुर। शिक्षा विभाग में एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। जिले में एक लेखापाल के खिलाफ 18 लाख के गबन के मामले में निलंबन की कार्रवाई की गई।

एक ही मद की राशि दो बार निकाली

बीईओ कार्यालय कोटा में पदस्थ अकाउंटेंट राजेश कुमार प्रताप के खिलाफ पिछले वर्ष वित्तीय गड़बड़ी की जांच की गई थी। जांच में यह पाया गया था कि एक ही मद से दो-दो बार राशि का आहरण किया गया है। इनमें परिवार कल्याण निधि, सामूहिक बीमा योजना, अवकाश नकदीकरण आदि का भुगतान शामिल है। कुल गबन 18 लाख 56 हजार रुपए का पाया गया।

लोक शिक्षण संचालनालय ने ऑडिट के दौरान पाया कि उक्त अनियमितता के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंध में मिले दिशा-निर्देश के बाद लेखापाल राजेश कुमार प्रताप को अनियमितताओं के संबंध में जवाब व स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे किन्तु उनके द्वारा स्पष्टीकरण प्रस्तुत न करते हुए अपने कार्य व्यवहार में परिवर्तन नहीं किया गया। सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत जिला शिक्षा अधिकारी डीके कौशिक ने अकाउंटेंट राजेश कुमार प्रताप को निलंबित कर दिया। हालांकि राशि की वसूली और अपराध दर्ज करने के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।

जिला प्रशासन ने स्टेनो को किया निलंबित

बिलासपुर जिले में ही तहसील कार्यालय में किसान से रिश्वत लेने वाले एक स्टेनो टाइपिस्ट पर कार्यवाही की गई है।

 

जानकारी के मुताबिक बीते दिनों बिलासपुर के बिल्हा के तहसील कार्यालय में पदस्थ स्टेनो टायपिस्ट जगन्नाथ धुरी का किसान से पर्चा बनाने के नाम पर अवैध रकम वसूली का वीडियो सोसल मीडिया और न्यूज़ में वायरल हुआ था। इस मामले की जांच के बाद कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त कलेक्टर द्वारा जगन्नाथ धुरी के निलंबन का आदेश जारी किया गया।

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