Kuno National Park: चीतों के गले से रेडियो कॉलर हटाया, विशेषज्ञों की टीम कर रही है स्वास्थ्य परीक्षण

श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क में खुले जंगल से पकड़ कर सभी चीतों को बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया है। छह चीतों के गले से रेडियो कॉलर हटाए गए हैं। अभी कुल 11 चीते बाड़े में हैं। इनमें छह नर और पांच मादा हैं। कूनो की टीम एक्सपर्ट के साथ चीतों की जांच कर रही है।
लगातार हो रही मौतों ने बढ़ाई चिंता
मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों की मौत से चिंतित विभाग हरकत में आया। इसके बाद नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञ और वन विभाग की टीम ने चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण शुरू कर दिया है। वहीं, कूनो नेशनल पार्क में खुले जंगल से पकड़ कर सभी चीतों को बाड़े में शिफ्ट कर दिया है।
रेडियो कॉलर के चलते गले में हो रहा घाव
पार्क में छह चीतों के गले से कॉलर हटाए गए हैं। दरअसल परीक्षण के दौरान पता चला कि चीतों के गले में लगे रेडियो कॉलर के चलते घाव बन रहा है और उसमे कीड़े भी लग रहे हैं। जल्द ही अन्य चीतों की रेडियो कॉलर आईडी हटाने का निर्णय भी दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के चीता विशेषज्ञ ले सकते हैं। अभी कुल 11 चीते बाड़े में हैं। इनमें छह नर और पांच मादा हैं। कूनो की टीम नामीबिया और साउथ अफ्रीका के एक्सपर्ट के साथ चीतों की जांच कर रही है।
इस टीम ने पवन नाम के नर चीते को ट्रेंकुलाइज कर स्वास्थ्य परीक्षण किया था। इसके बाद उसे खुले जंगल से बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया। विशेषज्ञों की टीम के अनुसार प्रारंभिक जांच में पवन चीता पूरी तरह से स्वस्थ पाया गया है, लेकिन अगले स्वास्थ्य परीक्षण तक उसे बड़े बाड़े में ही रखा जाएगा। कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश वर्मा ने प्रेस नोट जारी करके इसकी जानकारी दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने दी ये सलाह
बता दें कि चार दिन पहले सुप्रीम कोर्ट चीतों की मौत पर चिंता व्यक्त कर चुका है। सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर कूनो से कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार करना चाहिए। क्यों नहीं आप राजस्थान में कोई अच्छी जगह ढूंढते हैं? सिर्फ इसलिए कि राजस्थान में विपक्षी दल की सत्ता है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इस प्रस्ताव पर विचार न करें।