भारतीय वायुसेना की ताकत में इजाफा, सितंबर के अंत में मिलेंगे दो तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमान

भारतीय वायुसेना मिग-21 के रिटायर होने के बाद लड़ाकू विमानों की कमी से जूझ रही है। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार ने 85,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 तेजस विमानों की खरीद को मंजूरी दी है। इस बीच रक्षा सचिव ने बताया कि सितंबर तक वायुसेना को दो तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमान मिल सकते हैं।
सितंबर तक मिलेंगे दो लड़ाकू विमान
रक्षा सचिव ने बताया कि हम एचएएल को तेजस विमान को बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त अवसर देना चाहते हैं। अभी लगभग 38 तेजस विमान सेवा में हैं 80 और बनाए जा रहे हैं। उनमें से 10 तैयार हैं, और दो इंजन मिल चुके हैं। उम्मीद है कि हथियारों के साथ पहले दो विमान इस सितंबर तक मिल जाएंगे।
आरके सिंह ने कहा कि एचएएल के पास अगले चार-पांच सालों के लिए पर्याप्त ऑर्डर हैं। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि तेजस लड़ाकू विमान को और बेहतर बना पाएगा। इसमें रडार और भारतीय हथियारों को जोड़ा जाएगा, ताकि यह सुखोई के साथ मिलकर काम कर सके।
केंद्र ने HAL को दिए हैं 97 लड़ाकू विमानों के ऑर्डर
बता दें अगस्त में सरकारी क्षेत्र की डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने केंद्र से 97 हल्के लड़ाकू विमान एमके-1ए (तेजस) के ऑर्डर की पुष्टि की, जिसकी कुल वैल्यू 62,000 करोड़ रुपए है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर फाइलिंग में एचएएल ने कहा, रक्षा मंत्रालय ने सूचना दी है कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने 19 अगस्त, 2025 को एचएएल से भारतीय वायु सेना के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा संबंधित उपकरणों के साथ 97 हल्के लड़ाकू विमान एमके-1ए की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह सौदा एचएएल के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना में मिग-21 बेड़े की जगह लेंगे।
तेजस का एडवांस वर्जन एमके 1 ए
एलसीए एमके1ए, तेजस का एक एडवांस वर्जन है, जिसे बेहतर लड़ाकू क्षमताओं के लिए डिजाइन किया गया है और यह नया रक्षा अनुबंध, फरवरी 2021 में एचएएल द्वारा अनुबंध प्राप्त करने के बाद, इस विमान के लिए दूसरा बड़ा ऑर्डर है।