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CG Weather Update: 31 अगस्त तक प्रदेश में जारी रहेगा भारी बारिश का दौर, IMD ने जारी किया अलर्ट

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CG Weather: प्रदेश में आने वाले आने वाले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश होने की संभावना जतायी जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार 31 अगस्त तक पूरे छत्तीसगढ़ में बारिश होगी, जो किसानों के लिए फायदेमंद है। वहीं 24 अगस्त को उत्तरी छत्तीसगढ़ के साथ बिलासपुर और दुर्ग संभाग में भारी बारिश की होने की संभावना है।

CG Weather Update: रायपुरः राजधानी रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में मानसूनी गतिविधियां तेज हो गई हैं, जिसके चलते अगले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, यह सिलसिला 31 अगस्त तक जारी रह सकता है। शनिवार को भी रायपुर शहर में दिन भर रुक-रुककर बारिश होती रही, जिससे मौसम सुहावना बना रहा।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 24 अगस्त को छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। प्रदेश के एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात और भारी बारिश भी हो सकती है।

भारी बारिश का मुख्य क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ रहने की उम्मीद है। राहत की बात यह है कि बारिश दिन में भले ही कम हो, लेकिन रात में जरूर होगी। यह मौसमी बदलाव किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, लेकिन नागरिकों को जलभराव और आवागमन में होने वाली दिक्कतों के लिए तैयार रहना होगा।

पिछले 24 घंटे का हाल

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में सरगुजा, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर देखा गया। रायगढ़ जिले में सर्वाधिक 108 मिली के आस-पास बारिश दर्ज की गई है। वहीं प्रदेश में शनिवार को सबसे गर्म स्थान दुर्ग जिले में ही रहा, जहां दिन का तापमान 31.8 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं न्यूनतम तापमान भी दुर्ग जिले में ही दर्ज किया गया।

धीरे-धीरे कमजोर हो रहा सिस्टम

मौसम विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में बना एक निम्न दाब का क्षेत्र फिलहाल पश्चिम बंगाल और उससे लगे क्षेत्रों में सक्रिय है। इसके साथ ही, 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण भी बना हुआ है। यह सिस्टम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में झारखंड की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर होने की उम्मीद है।

वहीं, एक नया निम्न दाब का क्षेत्र 25 अगस्त को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी-ओडिशा तट से दूर पश्चिम बंगाल तट पर बनने की संभावना है, जिससे मानसून को और गति मिलेगी।

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