Sun. Jul 27th, 2025

J&K: पुंछ में बारूदी सुरंग विस्फोट से जवान शहीद, अमरनाथ यात्रा से पहले हाई अलर्ट

Jammu-Kashmir News

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में LoC पर बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना का जवान शहीद, दो घायल। ऑपरेशन सिंदूर और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के मद्देनज़र घाटी में अलर्ट। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

Poonch LoC blast Krishnaghati : जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बारूदी सुरंग में अग्निवीर जवान ललित कुमार शहीद हो गए। कृष्णाघाटी में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास हुए इस बारूदी सुरंग विस्फोट में भारतीय सेना के दो अन्य जवान घायल हो गए हैं। शुक्रवार (25 जुलाई) दोपहर यह घटना उस वक्त हुई जब सैनिक कृष्णा घाटी सेक्टर में एरिया डोमिनेशन गश्त कर रहे थे।

अग्निवीर ललित कुमार ने दिया सर्वोच्च बलिदान
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने अपने X हैंडल पर पोस्ट लिखकर जाट रेजिमेंट के अग्निवीर ललित कुमार को श्रद्धांजलि दी। बताया कि 25 जुलाई 2025 को कृष्णाघाटी ब्रिगेड के सामान्य क्षेत्र में हुई बारूदी सुरंग विस्फोट के दौरान उन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। सेना ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकी गतिविधियां
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हुई इस घटना को ऑपरेशन सिंदूर के तहत नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी और उकसावे की कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। भारतीय सैन्य कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों में लगातार गोलाबारी कर रहा है।

राजौरी में संदिग्ध गतिविधियां और ड्रोन सर्च ऑपरेशन
राजौरी जिले के अग्रिम क्षेत्र में गत माह संदिग्ध गतिविधियों के बाद सेना ने 24 राउंड फायर कर ड्रोन सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई आतंकी पकड़ में नहीं आया। भरतीय सेना ने सुरनकोट, मेंढर, सारी, उस्तान, पठानखोर, लोहार मोहल्ला, चांदीमढ़, फागल, हरि टॉप, कागवाली, लिम्बा, उच्छड़, कल्लर-गुरसाई में भी तलाशी अभियान चलाया।

बूढ़ा अमरनाथ यात्रा से पहले हाई अलर्ट
28 जुलाई से शुरू हो रही बूढ़ा अमरनाथ यात्रा से पहले हुई इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में हाई अलर्ट घोषित किया है। यात्रा 28 जुलाई को जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से शुरू होगी और 9 अगस्त को समाप्त होगी।

पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने पुंछ में संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। डीआईजी, आईजीपी, सीआरपीएफ और सेना के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।

About The Author