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Naxalite Surrender : 23 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, 1 करोड़ 18 लाख के इनामी

Naxalite Surrender : सरेंडर 8 लाख का इनामी नक्सली DVCM लोकेश सुकमा कलेक्टर के अपहरण में भी शामिल था.

Naxalite Surrender : सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक और बड़ी सफलता सामने आई है. जिले में सक्रिय विभिन्न स्तर के कुल 23 नक्सलियों ने औपचारिक रूप से पुलिस और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष समाज की मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लेते हुए आत्मसमर्पण कर दिया है. इनमें 1 करोड़ 18 लाख रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल हैं. आत्मसमर्पण करने वालों में 9 महिला और 14 पुरुष नक्सली शामिल हैं. जिनमें 3 नक्सली दंपत्ति भी हैं.

हिड़मा की बटालियन नंबर 1 के भी नक्सली: सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि 23 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 11 नक्सली 8 लाख के इनामी हैं, इनमें लोकेश डीवीसीएम हैं और अन्य 8 नक्सली हिड़मा की बटालियन नंबर 1 के हैं. लोकेश कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. वह साल 2012 के सुकमा कलेक्टर के अपहरण केस में भी शामिल था. पुलिस अधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में नक्सलियों का सरेंडर ये बताता है कि हिड़मा की बटालियन लगातार कमजोर हो रही है और बटालियन नंबर 1 के नक्सली लगातार भाग रहे हैं.

कौन है लोकेश: लोकेश उर्फ पोडियामी भीमा, दक्षिण सब जोनल ब्यूरो सप्लाई टीम कमाण्डर/ DVCM है. वह 8 लाख का इनामी है. वह सुकमा जिले के गोलापल्ली थाना के पोलमपल्ली का निवासी है. लोकेश कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. खासकर साल 2012 में सुकमा कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन के अपहरण की वारदात में वह शामिल था.

  • 2007 में कोण्टा-सुकमा मुख्यमर्ग पर ग्राम दरभागुडा और आसीरगुडा के बीच पुलिस वाहन को आईईडी लगाकर विस्फोंट करने की घटना में शामिल था.
  • साल 2009 में ग्राम मेहता-बण्डा मुख्यमार्ग पर सुरक्षा में लगे पुलिस जवानों पर एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल था.
  • साल 2012 में ग्राम बड़़ेसेट्टी थानाक्षेत्र अंतर्गत गंधारपारा- सिंघनपारा के वीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़़ में शामिल था.
  • साल 2012 में 12 मार्च को ग्राम स्वराज अभियान के तहत केरलापाल क्षेत्रान्तर्गत मांझीपारा में जिला सुकमा कलेक्टर के अपहरण करने की घटना में शामिल था.
  • साल 2017 में ग्राम वुकीपाल में पुलिस-नबसती मुठभेड़ में शामिल था.
  • साल 2018 जिला बीजापुर क्षेत्रान्तर्गत थाना आवापल्ली बासागुड़ा मुख्य मार्ग पर ग्राम मुरतोण्डा में और तिम्मापुरम के बीच आईईडी लगाकर विस्फोट करने की घटना में शामिल था.
  • साल 2018 में पामेड़ क्षेत्र के ग्राम जारापली के वीच जंगल मे पुलिस- नक्सली मुठभेड़ में शामिल था.
  • साल 2021 में ग्राम टेकलगुड़ा के जंगल में गस्त, सचिंग पार्टी पर एम्बुश लगाकर फायरिंग करने ‘की घटना में शामिल था.
  • साल 2024 जनवरी में धरमावरम कैम्प हमला पर फायरिंग करने की घटना में शामिल था.

इनामी नक्सलियों की जानकारी :

11 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम

4 नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम

1 नक्सली पर 3 लाख का इनाम

7 नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम

कुल घोषित इनामी राशि : 1 करोड़ 18 लाख रुपये

सुकमा में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता: सुकमा एसपी ने कहा कि सुकमा बीजापुर सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल अभियान चलाया जा रहा है, जिससे यह बड़ी कामयाबी मिली है. हिडमा बटालियन के अलावा अलग अलग एरिया कमेटी आमदई, जगरगुंडा, केरलापाल, बीजापुर, नारायणपुर के नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.

सभी 23 हार्डकोर नक्सलियों का सरेंडर: पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस और सीआरपीएफ के द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बाद नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. सभी 23 हार्डकोर नक्सली हैं.

सुकमा एसपी की नक्सलियों से अपील: सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति-2025” एवं स्थानीय रूप से संचालित ”नियद नेल्लानार” योजना से प्रेरित होकर किया गया है. इसके अतिरिक्त सुकमा के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस व सुरक्षा बलों द्वारा लगातार स्थापित किए जा रहे नवीन सुरक्षा कैम्पों से नक्सलियों का मनोबल टूटा है और वे पुलिस के बढ़ते दबाव व जनता के बीच जागरूकता से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित हुए हैं.

सभी नक्सलियों से अपील है कि वे जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करें और शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लें. समर्पित नक्सलियों को शासन द्वारा सभी लाभ और अन्य सुविधाएं जल्द से जल्द प्रोवाइड की जाएगी-किरण चव्हाण, सुकमा एसपी

नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि: पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में नक्सलियों ने सरेंडर किया. वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में सभी 23 नक्सलियों ने बिना हथियार आत्मसमर्पण किया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि व अन्य आवश्यक सुविधाएं जैसे निवास, शिक्षा, चिकित्सा एवं रोजगार प्रशिक्षण प्रदान की जाएगी, जिससे वे सामान्य जीवन व्यतीत कर सकें.

सुकमा में मिली इस सफलता में जिला बल, डीआरजी सुकमा, रेंज फील्ड टीम (RFT) सुकमा व जगदलपुर, सीआरपीएफ की 2, 223, 227, 204, 165 वाहिनियां और कोबरा की 208वीं वाहिनी के खुफिया और जमीनी कर्मचारियों की विशेष भूमिका रही. इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने के बाद छत्तीसगढ़ की धरती पर शांति बहाली की दिशा में यह एक और बड़ा कदम बताया जा रहा है.

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