प्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ी है। इसका असर कोरबा जिले में भी रहा। बुधवार को सुबह आसमान में बदली छाई रही। कुछ पल के लिए सूर्यदेव के दर्शन हुए। इसके बाद मौसम ने करवट ली और आसमान में एक बार फिर बदली छा गई। दोपहर बाद झमाझम बारिश शुरू हो गई।
बारिश का सिलसिला रुक-रुककर देर रात तक जारी रहा। इसका असर लोगों के जन-जीवन पर पड़ा। शहरी क्षेत्र के ढोढ़ीपारा स्थित एक मकान का बाथरूम भरभरा कर ढह गया और बरामदे का छज्जा गिर गया। बताया जा रहा है कि परिवार रात में सो रहा था। सुबह अचानक से हादसा हुआ।
हालांकि घटना में किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई। परिवार के सदस्य बाल-बाल बच गए। इसके अलावा उप नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के कई इलाके के सड़क और घरों में पानी भर गया। इसे लेकर लोगाें काफी असुविधा हुई। जर्जर सड़कों का हाल भी बुरा हो गया है। लोगाें की आवाजाही मुश्किल हो गई है। शहर के सर्वमंगला तिराहा, कुसमुंडा से इमलीछापर मार्ग, कुचैना सहित अन्य जर्जर सड़क के गड्ढों में पानी भर गया।
इधर मौसम विभाग ने तापमान में गिरावट के साथ अधिकतम पारा 30 डिग्री सेल्सियस और न्यनूतम तापमान २५ डिग्री दर्ज किया गया। वहीं आने वाले दो से तीन दिनाें तक झमाझम बारिश का अनुमान लगाया है।
तहसील क्षेत्रों में हुई बारिश पर एक नजर
तहसील – 24 घंटे के भीतर – एक जून से अब तक
अजगरबहार – 21.3 – 124.2
कोरबा – 30.1 – 285.3
भैसमा – 21.2 – 105.2
करतला – 19.8 – 172.2
बरपाली – 16.0 – 120.5
कटघोरा – 41.3 – 232.7
दीपका – 21.3 – 132.5
दर्री – 30.0 – 338.6
पाली – 00.0 – 80.6
हरदीबाजार – 09.8 – 51.4
पोड़ी उपरोड़ा – 60.0 – 220.6
पसान – 27.0 – 167.0
जिले का औसत वर्षा – 24.8 – 169.2
(नोट: वर्षा के आंकडेे़ मिलीमीटर में है।)
निकासी नहीं होने से लोगों के घरों में घुस रहा बारिश का पानी
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्राम माखनपुर से जुनापारा तक ढाई किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। कार्य की धीमी गति से बारिश में ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है और निर्माणाधीन सड़क पर जमा होने के साथ सड़क किनारे निवासरत लोगों के घरों में प्रवेश कर रहा है। इससे उनकी परेशानी बढ़ गई है।
बुधवार को हुई तेज बारिश के चलते गांव की गलियों में पानी भर गया और कई घरों में वर्षा का पानी घुस गया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान सड़क की ऊंचाई तो बढ़ा दी गई है, लेकिन जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई, जिससे बारिश का पानी अब निचले घरों में प्रवेश कर रहा है।
माखनपुर के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बननी तो चाहिए, लेकिन बरती जा रही लापरवाही से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग किया है कि निर्माण कार्य के दौरान जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति फिर उत्पन्न न हो।