CG Monsoon 2025: मौसम में फिर बदलाव! इस जिले में हो सकती है बारिश

CG Monsoon 2025: प्री मॉनसून बारिश तेज होती है। थोड़े समय के लिए राहत देती है। इसके बादल अधिक तापमान पर ऊपर की ओर बनते हैं। सीमित क्षेत्र में बरसते हैं। इनमें धूलभरी हवाएं और झोंकों का असर ज्यादा होता है।
प्री मॉनसून और मॉनसून में क्या है अंतर, जानिए…
प्री मॉनसून बारिश तेज होती है। थोड़े समय के लिए राहत देती है। इसके बादल अधिक तापमान पर ऊपर की ओर बनते हैं। सीमित क्षेत्र में बरसते हैं। इनमें धूलभरी हवाएं और झोंकों का असर ज्यादा होता है। यह बारिश दिन के दूसरे हिस्से, खासकर दोपहर बाद या शाम को होती है। इसके उलट, मानसून की बारिश परतदार बादलों से होती है। ये बादल बड़े क्षेत्र में फैलते हैं।
तापमान में गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 36.37 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि बारिश के बाद आई चिपचिपी गर्मी ने राहत स्थायी नहीं रहने दी। पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाए रहने से तापमान में पहले ही थोड़ी गिरावट देखने मिल रही थी। बारिश के दौरान शहर की सड़कों पर रौनक लौट आई। युवा बाइक पर सवार होकर बारिश का मजा लेने निकल पड़े। बच्चे घरों की छतों और आंगनों में भीगते नजर आए। ठंडी हवाओं और तेज फुहारों ने दोपहर की तपन को कुछ हद तक शांत कर दिया। दुकानों और गलियों में भी लोग बारिश का आनंद लेते देखे गए।
मौसम की चाल पर किसानों की है नजर
गुरुवार की पहली झमाझम बारिश जहां लोगों के लिए ताजगी लेकर आई, वहीं किसानों की नजर अब पूरी तरह मॉनसून पर टिक गई है। खेतों की जुताई की शुरुआत, बीज बोवनी और अन्य तैयारियों के लिए बारिश की निरंतरता जरूरी है। फिलहाल शगरवासियों को गर्मी से कुछ राहत जरूर मिली है, लेकिन उमस और अनिश्चित मौसम अब भी परेशानी का कारण बने हुए हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे उमीद है कि इलाके में ठंडक बनी रहेगी।