पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस लीडर गिरिजा व्यास का निधन, 79 की उम्र में ली आखिरी सांस

Girija Vyas passes away: सीनियर कांग्रेस लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार (1 मई) शाम अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष की थीं।
Girija Vyas passes away: सीनियर कांग्रेस लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार (1 मई) शाम अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष की थीं। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, उन्होंने शाम करीब 7:15 बजे अंतिम सांस ली। डॉ. व्यास की मौत से कांग्रेस पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ. व्यास को करीब एक महीने पहले उदयपुर स्थित उनके आवास पर गणगौर पूजा के दौरान आग लगने से झुलस गई थीं। इसके बाद से वह लगातार चिकित्सकीय देखरेख में थीं। उनके स्वास्थ्य में सुधार न होने पर अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज शाम उनका निधन हो गया।
नेताओं ने जताया शोक
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “शिक्षा, राजनीति और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में डॉ. गिरिजा व्यास का योगदान अविस्मरणीय है।”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “एक युवा कार्यकर्ता के रूप में उनके चुनावों में काम करने के सुखद संस्मरण हैं।”
असम कांग्रेस ने उन्हें “महिला अधिकारों की पैरोकार और ज्ञान की आवाज” बताया।
गिरिजा व्यास का राजनीतिक सफर
डॉ. गिरिजा व्यास ने अपने लंबे राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वह 1991 से 1996 तक राजस्थान से राज्यसभा सदस्य रहीं और 2004 से 2014 तक उदयपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। मनमोहन सिंह सरकार में उन्होंने आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय और संसदीय कार्य मंत्रालय में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं।