ED के चक्रव्यूह में फंसे रॉबर्ट वाड्रा की सियासी एंट्री में कौन बन रहा है रोड़ा!

वाड्रा ने ED की कार्रवाई को “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार देते हुए सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
दिल्ली में गुरुवार, 17 अप्रैल 2025 को लगातार तीसरे दिन व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे गुरुग्राम लैंड डील मामले में पूछताछ की गई। उनकी पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी उनके साथ ED दफ्तर तक गईं, जिससे यह मामला और भी सुर्खियों में आ गया। इस मामले ने न केवल कानूनी, बल्कि सियासी हलकों में भी हलचल मचा दी है, क्योंकि वाड्रा ने अपनी राजनीतिक एंट्री की इच्छा जाहिर की है, लेकिन ED की कार्रवाई उनके लिए सबसे बड़ा रोड़ा बनती नजर आ रही है।
वाड्रा बोले- राजनीतिक बदले की कार्रवाई
ED दफ्तर पहुंचने पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, “मैंने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। ये वही सवाल हैं जो 2019 में भी पूछे गए थे। इसमें कुछ नया नहीं है। यह सरकार की चुनावी रणनीति है, उनकी दुरुपयोग करने की शैली है। हमारे पास इसका सामना करने की ताकत है, और हम ऐसा करेंगे।” वाड्रा ने ED की कार्रवाई को “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार देते हुए सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने ED की निष्पक्षता पर सवाल उठाए और कहा, “यह राजनीतिक प्रतिशोध है। एजेंसियां गलत तरीके से इस्तेमाल हो रही हैं। यह पूरी तरह गलत है। जब एजेंसियां उन नेताओं को निशाना बनाती हैं जो मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं या जिनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, तो इन संस्थानों पर भरोसा कैसे होगा? क्या बीजेपी का कोई मंत्री या नेता ED के निशाने पर आया है? क्या बीजेपी में सब साफ-सुथरे हैं? क्या उन पर कोई आरोप नहीं हैं? कई आरोप हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होती।
राजनीति में आना चाहते हैं रॉबर्ट
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह राजनीति में प्रवेश करेंगे, तो व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, “निश्चित रूप से… अगर लोग चाहेंगे, तो मैं अपने परिवार के आशीर्वाद के साथ इसमें शामिल होऊंगा… मैं कांग्रेस के लिए कड़ी मेहनत करूंगा… यह (ईडी समन) जारी रहेगा क्योंकि हम आंदोलन करते हैं, हम लोगों के लिए लड़ते हैं, हम अन्याय के खिलाफ हैं और हम लड़ते रहेंगे। इसलिए, यह जारी रहेगा।”