बीजापुर नेशनल पार्क मुठभेड़ में अब तक 3 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद, सर्चिंग जारी

Naxal encounter:
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की बौखलाहट साफ झलक रही है। ताजा खबर बीजापुर से है, जहां रविवार सुबह से मद्देड़ थाना क्षेत्र के घने जंगलों में पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो रही है। नक्सलियों ने बीजापुर में ही साल 2025 के शुरू में बड़े हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 9 जवान शहीद हो गए थे।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मद्देड़ थाना क्षेत्र के बंदे पारा व कोरंजेड नेशनल पार्क एरिया में रविवार सुबह से पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। एएसपी मयंक गुर्जर ने बताया कि बंदेपारा- कोरंजेड नेशनल पार्क एरिया में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों को रवाना किया गया था।
सर्चिंग अभियान के दौरान सुबह घने जंगलों में नक्सलियों ने पुलिस को देख फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की है। अब तक तीन नक्सलियों के शव बरामद हो चुके हैं। इनकी पहचान की जा रही है। इलाके में सर्च अभियान जारी है।
इससे पहले नक्सली जंगलों की आड़ से फायरिंग कर रहे थे। सुबह से रुक-रुककर फायरिंग हो रही थी। और नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है। एएसपी मयंक गुर्जर ने बताया कि मुठभेड़ के संबंध में विस्तृत जानकारी पार्टी के लौटने पर दी जाएगी।
सुरक्षा बल से डरकर आठ लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण
इससे पहले बीजापुर में सुरक्षा बल के अभियान से डरकर आठ लाख रुपये के इनामी डिविजनल कमेटी सदस्य नक्सली 62 वर्षीय माचा सोमैया ने शनिवार को तेलंगाना पुलिस के सामने समर्पण कर दिया। वह तेलंगाना के भूपालपल्ली मंडल के पंबापुर गांव का रहने वाला है। आत्मसमर्पित नक्सली माचा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के दर्जनों कैंप लगातार नक्सल क्षेत्रों में खुलने से संगठन का प्रभाव कम हुआ है।
साथ ही सुरक्षा बल की ओर से वर्ष 2024 में 200 से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ में मारा गया है। इसमें कई बड़े नक्सली नेता मारे गए हैं। वह अब बूढ़ा और बीमार भी रहने लगा था, इसलिए शीर्ष नक्सल संगठन से पूछकर उसने आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया है।
माचा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के अभियान और साथ ही विकास कार्यों से नक्सलियों का जनाधार भी घटा है। कई बड़े नक्सली अब आत्समपर्ण करने का विचार बना रहे हैं।