यमुना के बाढ़ पर दिल्ली की गरमाई सियासत, केजरीवाल ने हरियाणा को कोसा तो BJP ने की इस्तीफे मांग
![](https://eglobalnews.in/wp-content/uploads/2023/07/168932734864b116f4ce615.webp)
दिल्लीवालों की दिल्ली इन दिनों दरिया बनी हुई है। सड़कें तालाब बन गई है तो और उस पर गाड़ियां तैरती हुई नजर आ रही हैं। दिल्ली के ऐतिहासिक स्थल लाल किला जहां ठीक एक महीने बाद आजादी का अमृत महोत्सव मनाने वाले हैं । प्रधानमंत्री मोदी ध्वाजारोहण करने वाले है वहां आज जहां तक नजरें जा रही है पानी ही पानी नजर आ रहा है। अब दिल्ली के इस हालात पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
केजरीवाल के इस्तीफे की उठी मांग
बारिश और बाढ़ को लेकर दिल्ली सरकार की क्या तैयारी थी इसका पोल खुल गया है। दिल्ली के ताजा हालात यहां के ड्रेनेज सिस्टम, सड़कों की स्थिति, जल निकासी की व्यवस्था सबको बता रही है। ऐसे में बीजेपी CM केजरीवाल पर लगातार हमलावर हो रही है। नैतिकता के आधार पर अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की भी मांग उठने लगी है।
विपदा में काम की जगह राजनीति करती है AAP- मीनाक्षी लेखी
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भी सीएम केजरीवाल के कार्यशैली पर सवाल उठाई है। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि ‘हर समय जब विपदा आती है तब काम करने की जगह वे(AAP) बोलते हैं कि ये गृह मंत्रालय का काम है, ये LG ने किया है, हरियाणा पानी छोड़ रहा है, पर काम नहीं करते। कोरोना के समय में केंद्र ने उन्हें ऑक्सीजन दिया था लेकिन उनके पास ऑक्सीजन रखने के पर्याप्त साधन नहीं थे’।
दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ता है खामियाजा
वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी मुख्यमंत्री केजरीवाल के उस बयान पर विरोध जताया जिसमें उन्होंने यमुना के बढ़ते जल स्तर के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। खेड़ा ने कहा कि ‘इसी दोषारोपण की वजह से दिल्ली के लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। अरविंद केजरीवाल जी न पत्र लिखकर कहा कि हथिनिकुंड से पानी न छोड़ा जाए। क्या हरियाणा के लोग डूब जाएं? आपने नाले साफ नहीं किए। आप अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर का रखरखाव रखते तो इसका खामियाजा लोगों को नहीं भुगतना पड़ता’।
दोष देने या टिप्पणी करने का समय नहीं है-LG
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और ताजा हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से यहां काम हो रहा है, हम सफल होंगे। यमुना का बहाव बहुत तेज है। उसे रोकना जरूरी है। यह समय किसी को दोष देने या टिप्पणी करने का समय नहीं है। अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है। मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है’।
मुख्यमंत्री केजरीवाल के बदले सुर
हालात को देखते हुए अब मुख्यमंत्री केजरीवाल के भी सुर बदल गए हैं। ताजा बयान में केजरीवाल ने कहा कि अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग कारण से पानी आ रहा है जैसे ITO पर यहां नाले के क्षतिग्रस्त होने की वजह से आया है, कहीं यमुना के कारण पानी आया है। अब राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। धीरे-धीरे पानी नीचे जाने लगा है।