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जंतर-मंतर से पीएम मोदी पर किया हमला, RSS चीफ मोहन भागवत से पूछे 5 सवाल

दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल हमलावर हो गए हैं। उन्होंने ‘जनता की अदालत’ में RSS चीफ मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला।

Arvind Kejriwal Janta ki Adalat: दिल्ली के पूर्व सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। इसके साथ ही उन्होंने RSS चीफ मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे। केजरीवाल ने कहा कि आरएसएस वाले कहते हैं कि वे राष्ट्रवादी हैं, देश भक्त हैं। इसलिए वह पूरे सम्मान के साथ मोहन भागवत से पांच सवाल पूछना चाहते हैं। आइए जानते हैं कि केजरीवाल ने भागवत से कौन से सवाल पूछे।

सवाल नंबर एक- अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह पीएम मोदी देशभर में ईडी और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का डर दिखाकर दूसरी पार्टी के नेताओं को तोड़ रहे हैं। उनकी सरकारें गिराने में लगे हुए हैं। क्या ये देश के लोकतंत्र के लिए सही है? आप (मोहन भागवत) इस बात को मानते हैं कि भारतीय जनतंत्र के लिए क्या ये हानिकारक है?

सवाल नंबर दो – केजरीवाल ने कहा कि देशभर में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी नेताओं को प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी में शामिल कराया है। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं को कुछ दिन पहले पीएम ने खुद सबसे भ्रष्टाचारी बताया था। वहीं जिन नेताओं को गृहमंत्री अमित शाह ने भ्रष्टाचारी कहा था। इसके कुछ दिन बाद ही उन्हें भाजपा में शामिल कर लिया गया। क्या आपने ऐसी बीजेपी पार्टी की कल्पना की थी? क्या आप इस तरह की राजनीति पर आपकी सहमति है?

सवाल नंबर तीन- अरविंंद केजरीवाल ने मोहन भागवन से पूछा कि भाजपा आरएसएस से ही पैदा हुई है। ऐसे में ये देखना RSS की ही जिम्मेदारी है कि BJP अपने पथ से भ्रष्ट न हो। क्या आप आज की भाजपा के कदमों से सहमत हैं? क्या आपने कभी मोदी जी को समझाया है, कि वह ये सब न करें।

सवाल नंबर चार- अरविंद केजवाल ने आगे कहा कि चुनाव के दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि आरएसएस बीजेपी की मां के समान है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया है कि अपनी मां को आंखें दिखाने लग गया है। जिस बेटे को पाल पोसकर कर बड़ा किया। देश का प्रधानमंत्री बनाया। आज वो ही अपनी मातातुल्य संस्था को आंखें दिखा रहा है। केजवाल ने कहा कि नड्डा ने ये कहा तो आपको इस बात का दुख नहीं हुआ? क्या आरएसएस के हर कार्यकर्ता को इससे दुख नहीं हुआ?

सवाल नंबर पांच- अरविंद केजवाल ने जनता की अदालत में अपना आखिरी सवाल पूछते हुए कहा कि आरएसएस और बीजेपी ने मिलकर ये कानून बनाया था कि 75 साल का होने पर किसी भी व्यक्ति को रिटायर होना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जब इन बहुत बड़े नेताओं को भी रिटायर कर दिया गया तो क्या ये नियम प्रधानमंत्री पर लागू नहीं होगा।

बता दें कि दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ‘जनता की अदालत’ लगाई। इस दौरान उन्होंने दिल्ली के लोगों को जंतर-मंतर पर संबोधित किया।

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