CG Weather: छत्तीसगढ़ में मानसून फिर एक्टिव, तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट

छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मानसूनी गतिविधियों में तेजी आई है और इस कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर में सितंबर के पहले सप्ताह में औसत से 9 प्रतिशत कम बारिश हुई है। माैसम विभाग के मुताबिक दूसरे, तीसरे और अंतिम सप्ताह की बारिश से माह का कोटा पूरा हो सकता है। बीते साल सितंबर का आंकड़ा देखें तो पिछले चार साल में सबसे ज्यादा बारिश हुई थी। सितंबर 2023 में 377 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
सितंबर माह में ऐसा देखने को मिला है कि हर 12 सितंबर के बाद ही अच्छी बारिश का ट्रेंड रहता है। पिछले 10 साल के आंकड़ों के मुताबिक रायपुर में सितंबर 2019 में सबसे ज्यादा 492.8 मिमी बारिश हुई थी। एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश 14 सितंबर 2021 में 101.4 मिमी दर्ज की गई थी।
औसत बारिश 235.5 मिमी
रायपुर में सितंबर माह की औसत बारिश 235.5 मिमी है। इस माह में वर्षा के दिनों की औसत संख्या 9.6 है। इस माह में सापेक्ष आर्दता 83 प्रतिशत से 74 प्रतिशत तक होती है। इस माह का सामान्य औसत अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस तथा औसत न्यनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस होता है। हवा की औसत गति लगभग 5.4 किमी प्रति घंटा होती है।
ऐसा रहेगा मौसम
अगले तीन दिनों में प्रदेश में एक दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जारी रहेगी। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात व भारी बारिश होने तथा अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। रायपुर शहर में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 32 डिग्री और 25 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
बारिश के मुख्य आंकड़े (मिमी में)
धनोरा, बारसूर, सुकमा -50, ओरछा, गादीरास – 40, अंतागढ़, रामचन्द्रपुर, फरसगांव, देवभोग-30, बेलरगांव, लोहांडीगुड़ा, नगरी, जगदलपुर, गरियाबंद -20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
यह सिस्टम से प्रदेश में बारिश
एक चक्रवात के अगले 3 दिनों के दौरान इसके गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, झारखंड और निकटवर्ती उत्तरी छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तर- पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, दमोह, पेंड्रा रोड, पारादीप और उत्तर-पश्चिम और निकटवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजर रही है। उत्तरी छत्तीसगढ़ तक समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर एक द्रोणिका बनी हुई है।