Bangladesh Coup: बांग्लादेश के घटनाक्रम में विदेशी हाथ से इंकार नहीं- एस जयशंकर

Bangladesh Coup: बांग्लादेश संकट पर भारत की नीति फिलहाल देखो और इंतजार करो कि है। बाहरी हस्तक्षेप की स्थिति से निपटने के लिए भी भारत तैयार है।
Bangladesh Coup रायपुर। बांग्लादेश संकट पर भारत की नीति फिलहाल देखो और इंतजार करो कि है। बाहरी हस्तक्षेप की स्थिति से निपटने के लिए भी भारत तैयार है। भारत का पड़ोसी देश बांग्लादेश अपने इतिहास के सबसे कठिन दौर से गुज़र रहा है और भारतीय कूटनीति के लिए भी ये एक बहुत मुश्किल वक़्त है।जब भारत को ये तय करना है कि वो अपने इतिहास में सबसे बड़ा बदलाव देखते पड़ोसी देश बांग्लादेश से किस तरह व्यवहार करे। वहां से आ रही तस्वीरों से ये डर भी बढ़ गया है कि बांग्लादेश कहीं इस्लामी कट्टरपंथी ताक़तों के हाथ में न चला जाए। सूत्रों ने बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा कि क्या बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम में विदेशी ताकतें, खास तौर पर पाकिस्तान, शामिल हो सकती हैं।
संसद में सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विभिन्न दलों के नेताओं और बांग्लादेश की स्थिति और भारत की रणनीति की विस्तार से जानकारी दी। लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री जयशंकर ने हसीना सरकार के तख्ता पलट में विदेशी साजिश की संभावना से इंकार नही किया। करीब 45 मिनट चली बैठक में नेता प्रतिपक्ष राहुल ने सर्वाधिक सवाल किए। उन्होंने विदेशी हस्तक्षेप के संदर्भ में भारत की तैयारी, विदेशी साजिश व हसीना की भावी योजना पर प्रश्न पूछे। उन्होंने आंदोलन में पाकिस्तान व चीन की भूमिका की भी जानकारी चाही।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नेताओं को बताया कि आंदोलन के दूसरे पड़ाव में अचानक अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले तेज हुए हैं। उनकी संपत्ति और जानमाल निशाने पर है इस संदर्भ में भारत लगातार ढाका के संपर्क में है। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के संदर्भ में लगातार आग्रह किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने सरकार को समर्थन देने की बात कही
बता दें कि राहुल गांधी समेत कई नेताओं के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने बांग्लादेश में अशांति में विदेशी सरकारों की भूमिका से इनकार नहीं किया, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि स्थिति बहुत अस्थिर है और भारत सरकार बदलती स्थिति पर नजर रख रही है। वहीं पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने इस मुद्दे पर सरकार को अपना पूरा सहयोग देने की बात कही। इस दौरान राहुल गांधी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की।
सर्वदलीय बैठक में कौन-कौन नेता हुए शामिल?
विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अध्यक्षता में हुई इस सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, जेडीयू नेता और केंद्रीय नेता राजीव रंजन सिंह ललन, जेडीएस नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, डीएमके नेता टीआर बालू, एसपी नेता रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस सुदीप बंदोपाध्याय, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले भी शामिल थीं।