रायपुर नगर निगम परिसीमन के विरोध में वकालत करने तैयार भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा

Raipur News : नगरीय प्रशासन द्वारा हाल ही में नगर निगम के वार्डो का परिसीमन किया गया। परिसीमन अंतर्गत देवेंद्र नगर का शहीद हेमू कल्याणी वार्ड भी चपेट में आ गया है।
Raipur News रायपुर।नगरीय प्रशासन द्वारा हाल ही में नगर निगम के वार्डो का परिसीमन किया गया। जिस पर दावा-आपत्ति आमंत्रित किया गया था। परिसीमन अंतर्गत देवेंद्र नगर का शहीद हेमू कल्याणी वार्ड भी चपेट में आ गया है। यह इलाका (वार्ड) उत्तर विधानसभा अंतर्गत है। प्रभावित नागरिकों के लिए भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने कोर्ट तक की लड़ाई छेड़ने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि शहीद हेमू कल्याणी वार्ड के10 बूथ में से 3 बूथ वाले साईनगर, भाठापारा को मौदहापारा वार्ड में शामिल कर दिया गया है। इसके बदले पण्डरी क्षेत्र के महात्मा गांधी वार्ड से गंगानगर, दुर्गा नगर, और सेक्टर 05 देवेंद्र नगर के आधे हिस्से को शामिल किया गया है। मौदहापारा क्षेत्र में जोड़े गए दो मोहल्ले को लेकर 7 दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी विरोध के चलते वार्ड में पार्षद हरदीप सिंह होरा ने जनसभा आयोजित की थी। बताया जा रहा है कि जनसभा में स्थानीय विधायक पुरंदर मिश्रा को आमंत्रित किया गया था। जिसके चलते पुरंदर मिश्रा सभा में शामिल हुए। उन्होंने इस बीच स्पष्ट किया कि वे उत्तर विधानसभा के किसी भी वार्ड में परिसीमन के पक्ष में नही हैं।
विधायक मिश्रा ने आगे यहां तक कह दिया कि पेशे से वे (मिश्रा) वकील है। इसलिए वकील बनकर नागरिकों की लड़ाई लड़ने कोर्ट में खड़े होंगे। विधायक के इस आश्वासन का मौजूद नागरिकों ने स्वागत करते हुए कहा कि मौदहापारा वार्ड के बजाय जरूरत पड़ी तो वे एक्सप्रेस के दूसरी ओर स्थित राजीव गांधी में उन्हें भेजने की मांग करेंगे। विधायक पुरंदर मिश्रा ने जनसभा में यहां तक कह दिया कि 2019 में परिसीमन के बाद 2025 में जनगणना के बाद परिसीमन होना था।
नगरीय प्रशासन अभी (वर्तमान) किस आधार पर रायपुर नगर निगम का परिसीमन कर रहा है उनकी (पुरंदर) भी कुछ समझ में नही आ रहा है। इसलिए मैं (पुरंदर) इस परिसीमन से सहमत नही हूं। नगर प्रशासन राज्य सरकार के नगरीय निकाय विभाग से संबंध्द है,जो सरकार के आदेश पर कार्य करता हैं। अब परिसीमन जारी होने, उत्तर विधानसभा के कुछ हिस्सों (वार्डों) के प्रभावित होने से नागरिक आपत्ति दर्ज कर रहें हैं। स्थानीय विधायक पुरंदर मिश्रा उनके साथ खड़े होने की बात कह रहे हैं। वे शायद पहले भाजपा विधायक हैं जिन्होंने परिसीमन का विरोध किया है। मिश्रा सत्तारूढ़ पार्टी से है। लिहाजा, मामला दिलचस्प हो गया है सबकी नजरे मिश्रा के नए औचक कदम पर चली गई है। जिसमें खुद को पेशे से वकील बता वे नागरिकों के लिए कोर्ट भी जाने को भी तैयार है।