Chhattisgarh News: पूरे प्रदेश में महंगी हुई सब्जियां, बारिश से फसल खराब होने से बढ़े रेट

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Chhattisgarh News: राज्य और अन्य राज्यों में भारी बारिश के कारण फसलों को नुकसान हुआ है। जिसके चलते सब्जियों के दाम फिर से बढ़ गए हैं।

Chhattisgarh News रायपुर। प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भारी बारिश के चलते फसलों को नुकसान पहुंचा है। जिसके चलते सब्जियों के दाम फिर बढ़ गए है। आमतौर पर 8 से 10 रुपए किलो दर पर तमाम सब्जियों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।

बारिश से सब्जी की फसल को नुकसान

बारिश के मौसम में सब्जियों का उत्पादन अच्छा होता है। प्रदेश में इस बार अब तक पर्याप्त वर्षा हुई है। ना कि भारी। हालांकि,कुछ अन्य राज्यों में ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। जिसके चलते स्थानीय थोक विक्रेताओं को सब्जियों के दाम बढ़ाने का फिर मौका मिल गया है। जबकि आम ग्राहक उम्मीद कर रहा था कि प्रदेश में पर्याप्त वर्षा से सब्जियों की फसल भरपूर होगी और अरसे बाद दाम उतरने से उन्हें मनचाही सब्जियां नसीब होगी। पर बारिश को ज्यादा बता फसलों का नुकसान का वास्ता देकर,आवक कम बता राज्य के तमाम थोक विक्रेता सब्जियों के दाम 8 से 10 रुपए किलो बढ़ा चुके है।

स्थानीय सब्जियां दूसरे राज्यों में भेजे जाने से कीमतें बढ़ीं

उधर बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र से मांग निकलने पर स्थानीय सब्जी उत्पादक बाहर सब्जी भेज रहे हैं। कीमतों में मजबूती का लाभ उत्पादक,थोक विक्रेता दोनों उठा रहे हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दक्षिण भारत, ओडिशा, दिल्ली, पंजाब जैसे राज्यों में ज्यादा बारिश से फसलों को नुकसान का हवाला देकर आवक कमजोर बता दाम बढ़ा दिया गया है। नतीजन मानसून के दौर में भी मनचाही सब्जियों नही मिल पाने से आम ग्राहक मायूस है।

स्थानीय किसान की उपज करेला, लौकी, खीरा, भाटा, भिंडी की बिहार, मध्य प्रदेश में अच्छी मांग है लिहाजा, माल अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है।बेंगलुरु से टमाटर की आवक अच्छी है इस वजह से दाम उतरे हैं। करेला का भाव भी उतरा है पर अन्य सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।

कुछ खुदरा (चिल्हार) में इस तरह हैं सब्जियों के दाम

रायपुर समेत प्रदेश के अंदर दीगर स्थानों पर इन दिनों सब्जियों के दाम कुछ खुदरा में (चिल्हर) में इस तरह औसतन बताए जा रहे हैं। गाजर 40-50 किलो, चुकंदर 40, हरी मिर्च 60,प्याज 40-45, धनिया 40- 50,पत्ता गोभी 50-55, फूलगोभी 60-70 रुपए, भिंडी 50 से 60, लाल बरबटी 55 – 60, करेला 20 से 25, कुचाई 35- 60, अदरक 140-150, लहसुन 220-240, मुनगा 80-90, टमाटर 35-40, आलू 40- 50 रुपए किलो दर है। ढेंस 130-150 कुंदरू 55-60, खीरा 35-40,शिमला मिर्च 70- 80, भाटा 60-70, लौकी 25 से 30, सेमी 80-90, खेखसी 220 से 240 रुपए किलो बिक रहा है।

थोक विक्रेताओं के अनुसार 60% आवक बाहर से हो रही है जबकि स्थानीय स्तर पर 40% है।आम ग्राहक मजबूरन चना दाल, सूखा मटर, भाजी, लौकी, करेला पर आश्रित है। सूत्रों का कहना है कि प्रशासन थोक सब्जी मंडियों में कभी दबिश नही देता।सब्जियों का भंडारण कोल्ड स्टोरेज में करके दाम बढ़ा दिया जाता है।

(लेखक डा. विजय)

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