छत्तीसगढ़ सरकार ने स्काईवॉक का निर्माण जल्द पूरा करने का लिया निर्णय

Raipur News: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित बैठक में 6 वर्षों से अधूरे पड़े राजधानी के स्काईवॉक के निर्माण को पूर्व निर्धारित ड्राइंग-डिजाइन के अनुसार पूरा करने का निर्णय लिया गया।
Raipur News: रायपुर। आखिरकार वही हुआ जिसकी प्रत्याशा राजधानी वासियों को भाजपा की पुनः सरकार बनने पर जागी थी। यातायात समस्या से निजात दिलाने जयस्तंभ चौक से शास्त्री चौक और वहां से कचहरी चौक होते हुए अंबेडकर अस्पताल तक निर्माणाधीन स्काईवॉक का निर्माण अब जल्द पूरा होगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में राजधानी के 6 वर्षों से अधूरे पड़े स्काईवॉक के निर्माण को पूर्व निर्धारित ड्राइंग-डिजाइन के अनुसार पूर्ण करने का निर्णय किया गया। स्काईवॉक निर्माण कार्य 6 वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ था। भाजपा की राज्य सरकार फिर से बनने पर राजधानीवासियों को उम्मीद थी कि भाजपा रुके कार्य को जरूर पूरा करायेगी। यह एक तरह से प्रतिष्ठा का प्रश्न भी भाजपा के लिए बन गया था। क्योंकि पूर्ववर्ती कांग्रेस राज्य सरकार ने 6 वर्ष इस पर कोई कार्य शुरू नही किया। हालांकि सुझाव समिति बनाई गई थी जिसने निर्माण कार्य पूरा करने का सुझाव दिया था।
गौरतलब हो कि भाजपा के तीसरे राज्य सरकार कार्यकाल के दौरान तात्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शास्त्री चौक पर बढ़ते यातायात को देखते हुए पैदल चलने वालों की गणना कराई थी। तब उन्होंने स्काईवॉक बनाने को मंजूरी दी थी। उनके कार्यकाल में पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत तेजी से कार्य कर रहें थे। 70% कार्य पूरा भी हो चुका था कि चुनाव आ गए और 2018 में कांग्रेस की सरकार बन गई।
बहरहाल,सीएम साय की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्काईवॉक निर्माण पर विस्तृत चर्चा हुई। डिप्टी सीएम प्लस पीडब्लूडी मंत्री अरुण साव की सहमति बाद इसे पूर्व अनुमोदित ड्राइंग-डिजाइन के अनुसार पूर्ण करने की सहमति बनी। बैठक में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व सांसद सुनील सोनी, पश्चिम विधायक राजेश मूणत, ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
अब तक स्काईवॉक पर 45 करोड़ खर्च हो चुका है। 30-35% कार्य बचा हुआ है। इसका ठेका मेसर्स जीएस एक्सप्रेस प्राइवेट कंपनी को दिया गया था। दोबारा काम शुरू होने पर अब इनकी लागत बढ़ सकती है। तब लागत 76 करोड़ आनी थी अब 90 करोड़ पार हो सकती है। गौरतलब हो कि निर्माण कार्य 6 वर्ष बंद रहने, देखरेख न होने से इसके कुछ हिस्सों में जंग लग गई है,तो वहीं टूट-फूट भी हुई है कुछ जगहों पर लोहे की चोरी हुई है। माना जा रहा है कि दशहरा दीपावली पूर्व निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सरकार द्वारा अंतिम निर्णय लिए जाने के बाद राजधानी वासियों के मध्य प्रसन्नता है। इसका लाभ हजारों लोग उठायेंगे।