Chhattisgarh News: रोचक नवाचार कार्यक्रम, हर शनिवार को बच्चे जाएंगे बैगलेस स्कूल त्यौहारों-दिवसों के महत्व से अवगत करायेंगे शिक्षक

Chhattisgarh News: अब राज्य के स्कूलों में हर शनिवार बिना स्कूल बैग के स्कूल डे होगा। यानी इस दिन ‘बैगलेस डे’ पर पढ़ाई नहीं होगी। बल्कि भारतीय त्योहारों और राष्ट्रीय दिवसों का महत्व समझाया जाएगा।
Chhattisgarh News रायपुर। प्रदेश के स्कूलों में अब हर शनिवार बिना बस्ते वाला दिन होगा। यानी ‘बैगलेस डे’ इस दिन पढ़ाई-लिखाई नही होगी। बल्कि भारतीय त्यौहारों, राष्ट्रीय दिवसों का महत्व बताया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग ने सत्र 24-25 के लिए कैलेंडर तैयार कर दिया है। जिसमें विस्तृत तौर पर बताया गया है कि कितने दिन पढ़ाई-लिखाई कितने दिन शनिवार कार्यक्रम, कितनी छुट्टियां, प्रार्थना, खेल का समय निर्धारित किया गया है। इसके तहत अब हर शनिवार को बच्चे बिना बस्ता लिए स्कूल जायेगे। जहां शिक्षक उन्हें भारतीय त्यौहारों के बारे में उनका महत्व बतायेंगे।
हर त्योहार के पीछे कोई न कोई प्राचीन कहानी होती है, जो हमें सकारात्मक संदेश देती है। इसलिए समय-समय पर बच्चों को इन कहानियों और संदेशों के प्रति बताते रहें। होली, ईद, ओणम, क्रिसमस हर त्योहार के साथ उसकी एक कहानी जुड़ी है। इससे वे अपनी संस्कृति से और अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे। उन्हें पता चलेगा कि ये त्योहार क्यों मनाए जाते हैं।
आजकल स्कूल में भी बहुत से त्योहार मनाए जाते हैं। ऐसे में आप बच्चों को उनमें बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें जिससे बच्चे में भी रुझान पैदा हो। आप बच्चे को त्यौहार से जुड़ी कविताएं या भाषण भी याद करवा सकते हैं। बच्चे भी खूब सारे बच्चों के साथ मिलकर त्योहार मनाने से खुश होते हैं।
इस क्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, महापुरुषों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। हरेली पर्व के दिन कृषि औजारों, उपकरणों के उपयोग के बारे में बताया जाएगा। इसी तरह रथयात्रा, आदिवासी दिवस, रक्षाबंधन, शिक्षक दिवस, सेना दिवस, विकलांग दिवस, महिला दिवस, गणेश चतुर्थी, वरिष्ठ नागरिक दिवस, छेरछेरा, नशा विरोधी दिवस आदि के बारे में बताया जाएगा।
उपरोक्त त्यौहारों के अलावा प्रश्नोत्तरी,सामान्य ज्ञान, ड्राइंग-पेंटिंग, मिट्टी, कागज से कलाकृति आदि बनाने के बारे में बताया- सिखाया जाएगा। प्रधान पाठक विशेष मार्गदर्शन करेंगे। इतना ही नही पर्यावरण महत्व, साफ-सफाई, घर पर साफ रसोई (किचन) गार्डन महत्व, मितव्ययता के बारे में भी बताया जाएगा। इसी माह से शनिवारी कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं।