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Buddha Purnima 2024: क्यों मनाई जाती है बुद्ध पूर्णिमा? जानिए पूजा विधि और महत्व

Buddha Purnima 2024:

Buddha Purnima 2024: बुद्ध पूर्णिमा 23 मई 2024, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान बुद्ध की 2586वीं जयंती है। महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना जाता है।

Buddha Purnima 2024 रायपुर। भगवान गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन हुआ था, इस माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना जाता है। इतिहासकारों का मानना है कि गौतम बुद्ध का जन्म 563-483 ईसा पूर्व में हुआ था। उनका जन्म लुम्बिनी में हुआ था जो वर्तमान में नेपाल का हिस्सा है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही महात्मा बुद्ध ने कुशीनगर में महाप्रयाण किया था यानी अपना शरीर छोड़ा था। आइए जानते हैं बुद्ध पूर्णिमा का महत्व और कहानी।

महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया है

पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया है। इस दिन लोग व्रत-उपवास करते हैं। बौद्ध धर्म के लोग इस दिन को उत्‍सव के रूप में मनाते हैं। उनके धार्मिक स्‍थलों पर सभी लोग एकत्र होगर सामूहिक उपासना करते हैं और दान देते हैं। बौद्ध और हिंदू धर्म के लोग बुद्ध पूर्णिमा को बहुत श्रद्धा के साथ मनाते हैं। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बुद्ध के आदर्शों और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। यह पर्व सभी को शांति का संदेश देता है। बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन बोधगया जाकर पूजापाठ करते हैं। लोग बोधिवृक्ष की पूजा करते हैं। बोधिवृक्ष पीपल का पेड़ होता है और इस दिन इसकी पूजा करने का विशेष धार्मिक महत्‍व माना गया है। वृक्ष पर दूध और इत्र मिला हुआ जल चढ़ाया जाता है। सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ पर जलाया जाता है।

बुद्ध पूर्णिमा पर जरूर करें ये 3 काम

*बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण की कथा करें।
*इस दौरान पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है, इससे सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है।
*शास्त्रों के अनुसार इस दिन जल से भरा कलश और पकवान दान करना शुभ होता है, इससे पुण्य फल प्राप्त होता है।

भारत के अलावा अन्य देशों में भी उनके अनुयायी

भारत के अलावा बुद्ध पूर्णिमा और भी कई देशों में मनाई जाती हैं। इन देशों में बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं जो महात्‍मा बुद्ध के आदर्शों पर चलते हुए उन्‍हें अपना भगवान मानते हैं। इन देशों में चीन, नेपाल, सिंगापुर, वियतनाम, थाइलैंड, जापान, कंबोडिया, मलेशिया, श्रीलंका, म्यांमार, इंडोनेशिया प्रमुख हैं। वहीं उत्‍तर प्रदेश के कुशी नगर जिले में इस अवसर पर मेला लगता है। बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग इस दिन अपने घर को फूलों से सजाते हैं और दीपक जलाते हैं।

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