Chhattisgarh Naxal Encounter: सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, नक्सलियों को घेरने जगह-जगह खुल रहे कैंप

Chhattisgarh Naxal Encounter: कैंप खुलने से क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है, जो ग्रामीण नक्सलियों के कभी भी आ जाने के भय से दिन रात दहशत में रहते थे।
Chhattisgarh Naxal Encounter रायपुर। अबूझमाड़ परिक्षेत्र में नक्सलियों को पीछे खदेड़ने पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने कारगर कदम उठाया है। जिला मुख्यालय नारायणपुर से 35 किलोमीटर दूर मोहंदी में, नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी 53वीं वाहिनी के द्वारा एक नया कैंप (शिविर) खोला गया है।
बस्तर में नये-नये कैम्प खुल रहे हैं
बताया जा रहा है कि उक्त कैंप खुलने से क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है, जो ग्रामीण नक्सलियों के कभी भी आ जाने के भय से दिन रात दहशत में रहते थे, वे अब उत्साहित निश्चित एवं अपना कार्य अच्छे से कर पा रहें हैं। पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को उनके मांद में घुसकर मुंह तोड़ जवाब देने की नई नीति बनाई है। इस हेतु संयुक्त कैंप (शिविर) स्थापित किए जा रहे हैं। इन शिविरों के बन जाने के बाद राज्य एवं केंद्र सरकार की दर्जनों योजनाएं ज्यादातर मुफ्त लाभ ग्रामीणों को पहुंचना पुलिस, सुरक्षा बलों का ध्येय है। एसपी प्रभात कुमार, रॉबिंसन गुड़िया ने स्वयं मौके पर रहकर मोहंदी में शिविर खुलवाया।
इन इलाकों में नए कैंप खोले गए हैं
चर्चा है कि बस्तर, नारायणपुर, कवर्धा, नांदगांव, कांकेर,सुकमा, दंतेवाड़ा आदि इलाकों में शिविर (कैंप) लगाने का सिलसिला चल रहा है। इससे नक्सली बौखलाए हुए हैं। दरअसल,उनकी ही मांद में घुसकर चुनौती दी जा रही है। नक्सली मारे भी जा रहे हैं। सरकार बार-बार उनसे वार्ता का प्रस्ताव दे, समर्पण व पुनर्वास की सलाह दे रही है। केम्पों की स्थापना के साथ सुरक्षा बलों को आसपास की इलाके, रास्तों, पहाड़ी भौगोलिक क्षेत्रों की जानकारी हो रही है, जो उनमें मोर्चा के वक्त विश्वास बढ़ायेगा। मांद में घुसकर मारने के प्रयासों में सफलता मिल रही है। नक्सली बैक फुट पर जाने विवश है।