Raipur railway station : नो पार्किंग में ठेकेदार नहीं करेंगे अवैध वसूली, RPF जवान करेंगे निगरानी

Raipur railway station : पिंक एंड ड्रॉप मामले को रेलवे सुरक्षा एजेंसी देखेगी। सम्मानित नागरिकों को भी अपमानित किया गया और इसकी शिकायत कलेक्टर, एसएसपी व रेलवे अधिकारी से की गयी। इस पर कलेक्टर, एसएसपी ने नाराजगी जताई थी।
Raipur railway station रायपुर। रेलवे स्टेशन में पार्किंग ठेका एजेंसी व यात्रियों के परिजनों के मध्य आए दिन हो रहे विवाद, ठेकेदार कर्मियों द्वारा मारपीट, गाली-गलौच,अवैध वसूली की शिकायतों के बाद आखिरकार रेलवे जागा। विभागीय सुरक्षा एजेंसियों की बुधवार को बैठक हुई। इस बैठक में जिलाधीश एवं शहर एसएसपी ने भी हिस्सा लिया। जिन तक कई बार, पार्किंग ठेकेदारों की बदसलूकी, अवैध वसूली की शिकायते पहुंचती रही है।
गौरतलब हो कि जब से रेलवे ने पिंक एंड ड्रॉप हेतु सिस्टम बनाया है तभी से पार्किंग ठेका एजेंसी वाले कर्मियों का बर्ताव बदल गया है। अपने परिवार वालों को छोड़ने या लेने पहुंचने वाले परिजनों से ठेका कर्मियों का रोजाना विवाद आम होते गया। दुपहिया हेतु 5 मिनट एवं चार पहिया हेतु 7 मिनट का समय पिंक एंड ड्रॉप वास्ते निर्धारित किया गया था।
चर्चा है कि उसके पूर्व यानी निर्धारित समय पूर्व ही ठेका कर्मी जुर्माना लगाने लगे थे। ऐसे में परिजन स्वाभाविक तौर पर बहस करते पर ठेका कर्मी अधिक होने एवं वाहन लॉक कर देने, चाबी रख लेने से परिजन जबरिया जुर्माना देने विवश हो जाते। इस मुफ्त पिंक एंड ड्रॉप सुविधा के समय हो रहे विवादों से कई प्रतिष्ठित नागरिक भी अपमानित हुए थे, जिन्होंने कलेक्टर, एसएसपी, रेलवे अधिकारी से शिकायत की थी।
कलेक्टर, एसएसपी ने पार्किंग क्षेत्र का निरीक्षण किया
बहरहाल रेलवे ने देर से सही बैठक ली। जिसमें विभागीय सुरक्षा एजेंसियों को ठेका नियमों, सुरक्षा व्यवस्था पर निर्देश दिए गए। साथ ही ठेका एजेंसी से साफ कह दिया गया कि किसी भी यात्री, परिजन का वाहन लॉक नहीं करेंगे। ठेका एजेंसी ने सारे लॉक एवं लोहे की जंजीर रेलवे को सौंप दी है, जो जुर्माना वसूलते थे। वह भी नहीं ले पायेगे। रेलवे सुरक्षा एजेंसी पिंक एंड ड्रॉप के मामले देखेगी निपटाएगा। वह भी नियम-कानून अंतर्गत पार्किंग स्थल पर खड़े वाहन के चालकों से ही ठेका कर्मी पार्किंग शुल्क लेंगे। इस बैठक में कलेक्टर एवं एसएसपी ने हिस्सा लेकर आ रही शिकायतों पर नाराजगी जताई। जिसके बाद ही रेलवे थोड़ा गंभीर हुआ। बैठक बाद जिलाधीश, एसएसपी ने पार्किंग एरिया का निरीक्षण किया।