Gaza war : गाजा हमले में भारतीय सेवानिवृत्ति कर्नल काले की मौत, UN ने भारत से मांगी माफी
Gaza war : 46 वर्षीय भारतीय सेवानिवृत्त कर्नल की मौत इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की पहली अंतरराष्ट्रीय क्षति है।
Gaza war रायपुर। विश्व निकाय के साथ काम करने वाले भारतीय सेवा के पूर्व अधिकारी कर्नल वैभव अनिल काले की दक्षिणी गाजा के संघर्ष ग्रस्त टाफा शहर में एक हमले के दौरान मौत हो गई।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एन्तोनियो गुटेरस ने घटना पर दुख जताया
अनिल काले यात्रा कर रहे थे तभी वह हमले के शिकार हो गए। 46 वर्षीय कर्नल की मौत इजराइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद, संयुक्त राष्ट्र संघ की पहली अंतरराष्ट्रीय क्षति है। संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी मिशन ने घटना पर दुख जताया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एन्तोनियो गुटेरस ने घटना पर दुख जताते हुए निंदा भी की है। उधर इजराइल ने हमले के जांच के आदेश दिए है। कर्नल काले ने सन 2022 में भारतीय सेवा से अनिवार्य सेवानिवृत्ति ले ली थी। दो माह पहले ही वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा व रक्षा विभाग में सुरक्षा समन्वय अधिकारी के रूप में शामिल हुए थे। टाफा (फिलिस्तीन) में यूरोपीय अस्पताल की ओर जा रहे काले के साथ यात्रा कर रहा दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है।
इजराइली टैंक से चली गोली
जब UN अधिकारी फरहान हक से पूछा गया कि जिससे गोली चलाई गई क्या ये टैंक इजराइल का था, तो उन्होंने कहा कि हो सकता है, क्योंकि रीजन में बस इजराइल के टैंक ही तैनात हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे मामले में इजराइल के साथ बातचीत कर रहे हैं।
भारत ने गाजा में नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की
भारत ने गाजा में नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की है तथा इससे होने वाले मानवीय संकट बढ़ते जा रहा हैं। महिलाओं, बच्चों की दर्दनाक हानि हो रही है। गौरतलब हो कि कर्नल काले 2004 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। 2009 और 2010 के बीच संयुक्त राष्ट्र के साथ आकस्मिक मुख्य सुरक्षा अधिकारी के तौर पर काम किया था। भारत ने घटना को अस्वीकार्य बताया है। संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थायी प्रतिनिधि कंबोज रुचिरा ने उक्त बयान देते हुए कहा है इजराइल फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष अनुचित है।
(लेखक डा. विजय)

