कचना रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण अटका, इसलिए शुरू नहीं हो रहा काम

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Raipur News : खम्हारडीह -कचना मार्ग में वाल्टेयर फाटक पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के दायरे में 135 झुग्गी बस्ती चिन्हित की गई हैं। जिनमें से महज 13 को निगम ने नजूल भूमि का हवाला देकर हटाया है

Raipur News रायपुर। खम्हारडीह -कचना मार्ग में वाल्टेयर फाटक पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के दायरे में 135 झुग्गी बस्ती चिन्हित की गई हैं। जिनमें से महज 13 को निगम ने नजूल भूमि का हवाला देकर हटाया है, पर शेष झुग्गी बरकरार है। ऐसे में ओवरब्रिज निर्माण कार्य में बाधा आ रही है। तमाम झुग्गी बस्तियां रेलवे की जमीन पर बनी हुई हैं। जिस पर संबंधित जोन आयुक्त कहते हैं कि राज्य और केंद्र सरकार की योजना के तहत ही कोई फैसला शेष झुग्गी बस्तियों पर लिया जाएगा। जबकि लोक निर्माण विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि बस्ती हटने के बाद ही निर्माण कार्य आगे बढ़ेगा।

गौरतलब है कि यह निर्माणाधीन ओवरब्रिज कार्य उपरोक्त वजह से ही लंबे समय से रुका जा रहा है। पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं का स्पष्ट कहना है कि ओवर ब्रिज निर्माण के दायरे में रेलवे की जमीन पर बस्तियां पसरी पड़ी है। जिन्हें जल्द हटाने की कार्रवाई अगर रेलवे व निगम प्रशासन ने नही की तो120 मीटर के दायरें में निर्माण करना मुश्किल होगा। विभाग ने जिला प्रशासन को भी इससे अवगत करा दिया है। यहां से जो नाला निकला है वह बारिश में जब लबालब होगा, तो बेसमेंट तैयार नही हो पाएगा और जब तक यह काम नही होगा तो निर्माण खुद ब खुद रुक जाएगा।

ओवर ब्रिज की लम्बाई 846 मीटर है। लोक निर्माण विभाग अफसरों का कहना है कि ततसंदर्भ में उन्होंने कई मर्तबे रेलवे व निगम अफसरों से चर्चा कर हालत बताएं पर कोई नतीजा नहीं निकला। अधिकारियों के अनुसार केंद्रीय योजनान्तर्गत झुग्गी बस्ती को पीएम आवास में शिफ्ट करने के अनुसार आधी क़िस्त जमा करना अनिर्वाय है। इसी प्रक्रिया में पूरा मामला अटका हुआ है। देरी का असर बारिश में दिखेगा जब नाला उफान पर होगा तो निर्माण असंभव हो जाएगा टेंडर (निविदा )शर्तों के अनुसार ब्रिज निर्माण का समय 18 माह तय किया गया है पर इधर बेजा कब्जा सबसे बड़ी बाधा है। 6 माह गुजर चुके हैं। मात्र 13 बस्तियां हटाई जा स्की है। 120 से अधिक बाकी है। यहां यह बता देना उचित होगा कि खम्हारडीह कचना इलाके की आबादी लाखों में है। इस ब्रिज के बन जाने से इनको आने-जाने में (रेलवे फाटक) में हो रही दिक्कत दूर हो जाएगी।

(लेखक डा. विजय)

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