Minimata Swalamban Yojana: मिनीमाता स्वालंबन योजनाा के अंतर्गत 524 लोग लोन लेकर गायब, समिति ने योजना की निरस्त

Minimata Swalamban Yojana: जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मिनीमाता स्वालंबन योजना अंतर्गत स्वरोजगार लगाने हेतु 2 से 5 लाख तक सहायता देती रही है।
Minimata Swalamban Yojana रायपुर। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मिनीमाता स्वालंबन योजना अंतर्गत स्वरोजगार लगाने हेतु 2 से 5 लाख तक सहायता देती रही है। जिसका लाभ उठा युवा स्वालंबी बनते रहे हैं। परंतु 524 युवाओं ने लोन (कर्ज) तो ले लिया पर चुकाया नही। ऐसे लोगों को समिति ने कई नोटिस देने के बाद दिवालिया घोषित कर दिया है। साथ ही योजना को बंद कर दिया है।
बेरोजगार युवाओं को स्वालंबन हेतु लोन दिया गया था
स्वरोजगार स्थापित करने अनुसूचित जाति वर्ग के बेरोजगार युवाओं वास्ते मिनीमाता स्वालंबन योजना जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति चल रही थी। योजना अंतर्गत1068 बेरोजगार युवाओं को 2 से 5 लाख तक ऋण उपलब्ध कराया गया था। जिसमें से 544 युवाओं ने ऋण की निर्धारित किस्त समय पर अदा कर दी। परंतु 524 लोगों ने किस्त जमा नही की।
कर्जदारों से वसूली की जा रही है
मिनीमाता योजना के तहत 500 से ज्यादा कर्जदारों से रिकवरी की जा रही है। कई नोटिस भी जारी किया जा चुका है। नोटिस के बाद कुछ हितग्राहियों ने किस्तें चुकाना बंद कर दिया है। रिकवरी (वापसी) हेतु विभाग ने पत्र लिखा, नोटिस दिया। अब उन्हें 3 नोटिस दिए जायेगे। बावजूद ऋण वापस नही करने पर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। कुर्की से अगर ऋण की भरपाई नही हुई तो जमानतदार से लोन (ऋण) वसूला जाएगा। समिति ने महज 4 % ब्याज दर पर ऋण (लोन) 5 वर्षों के लिए दिया था। बहरहाल करीब 50 फीसदी (%) से लोगों द्वारा ऋण वापसी नही करने पर समिति ने उक्त योजना को फिलहाल बंद कर दिया है। नतीजन नए आ रहे बेरोजगार युवकों को ऋण नहीं मिल पा रहा है।