Amrit Bharat Station Yojana : रथयात्रा के पहिये बढ़ाएंगे पुरी रेलवे स्टेशन की शोभा, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जायेगा पुनर्विकास

Amrit Bharat Station Yojana : भारतीय रेलवे की इस पहल के पीछे का उद्देश्य पुरी रेलवे स्टेशन के स्वरूप को एक स्मारक में बदलना है जो ओडिशा के प्रतिष्ठित मंदिर की भव्यता को प्रतिबिंबित करेगा और पर्यटकों के साथ-साथ यात्रियों पर भी अमिट छाप छोड़ेगा।
Amrit Bharat Station Yojana रायपुर। ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में इस्तेमाल होने वाले पहिए अब तोड़े नही जायेंगे।रथ यात्रा के लिए बनाए जाने वाले तीनों रथों का एक-एक पहिया पुरी रेलवे स्टेशन पर स्थापित होगा।
दरअसल, परंपरा अनुसार हर वर्ष रथयात्रा समाप्त होने के बाद तीन रथों को विखंडित कर उनकी लकड़ी का उपयोग मंदिर की रसोई में कोठा भोग (देवताओं के लिए व्यंजन ) पकाने के लिए किया जाता है। लेकिन भारतीय रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुरी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए तीनों रथों के पहियों को स्टेशन के कोनकोर्स में स्थापित करने का निर्णय लिया है। गौरतलब हो कि हर वर्ष जगन्नाथ पुरी में रथयात्रा वास्ते तीनों आराध्य यानि भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा के लिए लकड़ी के विशाल रथ बनाए जाते हैं। इन्हें भक्त खींचकर गुंडिचा मंदिर तक ले जाते हैं और वहां एक हफ्ते तक रहने के बाद तीनों आराध्य रथ में दोबारा जगन्नाथ मंदिर लाए जाते हैं।
रथयात्रा के लिए रथ बनाने वाले प्रमुख वास्तुकारों में से एक मनोज रथ का कहना है कि रेलवे हमारे डिजाइन के अनुरूप इस साल जून अंत या जुलाई शुरुआत में होने वाली रथयात्रा के बाद तीनों रथों में से प्रत्येक का एक पहिया खरीदेगा। स्वीकृत की गई डिजाइन के मुताबिक तीन पहियों को पुरी स्टेशन के कोनकोर्स में स्थापित किया जाएगा। रेलवे स्टेशन या विमानतल के बाहर विशाल हॉल या खाली स्थान को कोनकोर्स कहा जाता है। पुरी रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चयनित किया गया है।
भारतीय रेलवे की इस पहल के पीछे का उद्देश्य पुरी रेलवे स्टेशन के स्वरूप को एक स्मारक में बदलना है जो ओडिशा के प्रतिष्ठित मंदिर की भव्यता को प्रतिबिंबित करेगा, और पर्यटकों के साथ-साथ यात्रियों पर भी एक स्थायी प्रभाव छोड़ेगा। भारतीय रेलवे को 2060-65 तक स्टेशन पर अनुमानित 40,000 यात्रियों के आने की उम्मीद है, पुरी रेलवे स्टेशन के विस्तार के पीछे यही मुख्य कारण है।