RBI Annual Report: RBI की रिपोर्ट में खुलासा, 10 साल में 68 फीसदी कम हुए नकली नोट

RBI Annual Report: RBI के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले 10 सालों में देश में नकली नोटों में 68 फीसदी की गिरावट आई है। RBI के आंकड़ों के मुताबिक, 2013-14 में 24.8 करोड़ रुपये के नकली नोट पकड़े गए।
RBI Annual Report रायपुर। देश के अंदर पिछले 10 बरस में नकली नोटों में 68 फ़ीसदी कमी आई है। RBI के डेटा अनुसार 2013-14 में 24.8 करोड़ के नकली नोट पकड़े गए थे। जबकि 2022-23 में 7.98 करोड़ के नकली नोट मिले। 2016 के बाद नकली नोट तेजी से घटे हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस का बयान
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस का कहना है कि नकली मुद्रा का पता लगाने के लिए सुरक्षा सुविधाओं में वृद्धि ने जालसाजी के लिए मौजूदा तंत्र को बायपास करना कठिन बना दिया है। यह एक कारण हो सकता है कि नकली मुद्रा कम हो रही है। RBI कि आंकड़ों से पता चलता है कि 2016-17 में 43.46 करोड़ के नकली नोट पकड़े गए थे। नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के बाद 2018-19 यह 8.26 करोड़ और 2022- 23 में 7.98 करोड़ रह गया।
14% बढ़े 500 रुपये के नकली नोट
डेटा से पता चलता है कि सबसे ज्यादा नकली नोट 500 रूपए के पाए गए। वित्त वर्ष 2021-22 में 79,669 नकली मुद्राएं 500 के नोट की पाई गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 91,110 हो गई। यानी 500 के नकली नोटों में 14% की वृद्धि हुई। 100 रुपए के नकली नोट 2021-22 में 99,237 से घटकर सन 2022-23 में 78, 699 हो गए।
नकली नोटों से बचाव के लिए RBI द्वारा समय-समय पर दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं
देश में नकली नोटों का काला कारोबार कौन चला रहा है, इसके बारे में कई राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां बताती रहती हैं। दिल्ली समेत देश के कई शहरों में नकली नोटों के साथ आरोपी पकड़े जा चुके हैं। मीडिया में अक्सर खबरें आती रहती हैं। असली और नकली नोटों की पहचान के लिए RBI की ओर से दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं। RBI असली और नकली नोटों की पहचान के लिए कई तरीके सुझाता रहता है।