डायरिया के शिकार 35 मरीज़ अस्पताल में भर्ती, PHC को बनाया गया अस्थायी अस्पताल

Raipur News:
Raipur News: शहर के लाभांडी क्षेत्र के बोर पंपों में सीवेज का पानी आने से पेयजल प्रदूषित हो गया है। नतीजा यह हुआ कि अब तक तीन दर्जन लोग डायरिया से पीड़ित पाये गये हैं।
Raipur News: शहर के लाभांडी इलाके के बोर पंपों में सीविरेज का पानी जाने से पेयजल प्रदूषित हो गया है। नतीजन 3 दर्जन लोग अब तक डायरिया से पीड़ित पाए गए हैं। यह खबर सामने आते ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया। आनन-फानन में इलाके के संबंधित बोर पंपों को सील कर दिया गया है। तुरंत पानी टैंकरों से पेयजल एवं निस्तारी हेतु पानी सप्लाई शुरू कर दिया गया है। सभी डायरिया पीड़ित लोगों को अस्पताल में भर्ती कर त्वरित इलाज शुरू कर दिया गया है। जिसमें तीन-चार बच्चे, एक गर्भवती महिला भी शामिल हैं। कुछ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, शेष नियंत्रित हैं।
चार बिस्तर वाला अस्थायी अस्पताल भी बनाया गया
बताया जा रहा है कि लाभांडी स्थित संकल्प होम्स फेस-2 में पिछले दो-तीन दिनों से लोग उलटी-दस्त से पीड़ित होने लगे थे। जिसमें गुरुवार को यकायक बढ़ोत्तरी दर्ज किया गया। जिसकी खबर जिला प्रशासन, नगर निगम स्वास्थ्य विभाग को हुई तो तत्काल जिला चिकित्सा अस्पताल, अंबेडकर अस्पताल से चिकित्सकों की टीम रवाना की गई। जिसमें पीड़ितों को मौके पर दवा दी उन्हें एंबुलेंस से सीधे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। स्वास्थ्य विभाग के कर्मी में अधिकारी भी मौके पर पहुंचे जहां अस्थाई कैंप लगाया गया है। 4 बिस्तर वाला अस्थाई अस्पताल भी बनाया गया हैं, 35 मरीज गुरुवार शाम तक मिल चुके थे। बताया जा रहा है कि जहां बोर पंप है, वहां से महज 50 फीट की दूरी पर सेप्टिक टैंक है। माना जा रहा है कि सिविरेज का दूषित पानी कहीं से लीक होकर बोरवेल में गया होगा। बोर पंप को तुरंत सील किया गया। वहां का पानी एवं आसपास के घरों का पानी जांच हेतु लैब भेज दिया गया है। उन पर जिलाधीश, निगम आयुक्त, जोन आयुक्त मौके पर थे। उन्होंने तुरंत पानी टैंकरों की व्यवस्था कराई। संबंधित इलाके के अन्य बोर पंपों का भी जल निरीक्षण हेतु एकत्रित किया गया है फिलहाल आसपास वाले इलाके में बोरवेल से पेयजल, निस्तारी पानी न लेने कहा गया है। पानी टैंकर लगातार सुबह- दोपहर, शाम भेजा जाएगा।
पानी को जांच के लिए लैब में भेजा गया
निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था अंतर्गत संपवेल में रोजाना 5 टैंकर पानी डालने और तीन टैंकर पानी पीने के लिए परिसर में रखा है। अस्थाई अस्पताल में प्रारंभिक इलाज करके मरीजों को जिला व अंबेडकर अस्पताल भेजा जा रहा है। उधर प्रारंभिक तौर पर बोर में पानी प्रदूषित होने की संभावना के मददेनजर लिक्विड, क्लोरीन डलवाया गया है। प्रभावितों में कुछ महिलाएं, बच्चे समेत एक-दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल है। बताया गया है कि इलाके के लोग निगम की पाइपलाइन के अभाव के चलते अक्सर बोर से पानी लेते हैं। गर्मियों में बोर से पानी कम आता है, या सूख जाता है। तब निकट केसेप्टिक टैंक का चेंबर जल्दी भर जाता है। जिससे बदबू फैलती है। लोग परेशान हो जाते हैं। उधर जिलाधीश ने शहर के अंदर एवं आउटरों में स्थित बोरवेल जांच आसपास सीविरेज में पानी की आशंका का पता लगा व्यवस्था दुरस्थ करने का आदेश दिया है। जहां पेयजल संकट है वहां टैंकर से पानी पहुंचाने कहा गया है।