रायपुर लोकसभा से ठाकुर राजेश्वर सिंह हो सकते हैं भाजपा उम्मीदवार

भाजपा ने राज्य की 11 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवार चयन प्रक्रिया शुरू कर दी हैं, चर्चा है कि इस बार 6-7 नये उम्मीदवार सामने आ सकते हैं या 3-4 पुराने रह जायेगे।
रायपुर न्यूज : भाजपा ने राज्य मे 11 लोकसभा हेतु उम्मीदवार चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। चर्चा है कि इस बार 6-7 नए उम्मीदवार सामने आ सकते हैं। 3-4 पुराने रह जायेगे। इन सबके बीच रायपुर लोकसभा सीट के लिए कवायद नेताओं के मध्य चल रही है। वर्तमान सांसद आधा दर्जन नए नामों पर भी चर्चा है। जिसमे 2-3 संगठन के नेता भी हैं। फरवरी अंत या मार्च के पहले हफ्ते में सूची आ सकती है। रायपुर में इस बार भाजपा प्रत्याशी के तौर पर ठाकुर राजेश्वर सिंह हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने दावेदारी नही की है। पर चर्चा है कि उनका नाम विधानसभा चुनाव के मध्य उत्तर क्षेत्र के लिए प्रमुखता से चला था। उसके पूर्व सन 2018 में भी उत्तर रायपुर से उनका नाम उभरा था।
ठाकुर राजेश्वर सिंह स्वच्छ छवि एवं ईमानदार व्यक्तित्व के धनी हैं
ठाकुर राजेश्वर सिंह का व्यक्तित्व साफ-सुथरा और ईमानदार है। वे जिला थोक दवा विक्रेता संघ के 10 वर्षों से अध्यक्ष हैं। चेंबर ऑफ कॉमर्स से भी जुड़े रहे हैं। उनका व्यापारी वर्ग के साथ-साथ आम वर्ग से भी अच्छा जुड़ाव है। विभिन्न जाति समूहों के बीच भी अच्छी पैठ रखते रहे हैं।
वह आरएसएस से भी जुड़े थे
स्कूल-कॉलेज के दिनों में वह आरएसएस से भी जुड़े रहे। सामाजिक कार्यों में भी लगे रहते हैं और शहर की समस्याओं के प्रति आवाज उठाते रहे हैं। उनका परिचय का दायरा छत्तीसगढ़ के तमाम जिला, तहसीलों तक है। रामलला प्राण- प्रतिष्ठा, मंदिर उद्घाटन समारोह अंतर्गत जब शहर में दर्जनों जगहों पर कार्यक्रम हुए तो उन्होंने मेडिकल काम्प्लेक्स में भी आयोजन कराया था। जिसमें 10 हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे।
अपने सहज और सरल स्वभाव के कारण व्यापारियों और आम लोगों के बीच उनकी अच्छी पैठ है
ठाकुर राजेश्वर से सैद्धांतिक दल के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ता की है। राज्य के भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की पसंद बताए जाते हैं। भाजपा के अंदर खाने चर्चा है कि अगर रायपुर में नए उम्मीदवार चयन की बात आती है तो राजेश्वर पहले सूची के शीर्ष पर हैं। वे मिलनसार सहज सरल होने के साथ सह्रदय भी हैं लिहाजा आमजनों के बीच स्वीकार्य हैं। उनकी एक और अच्छी बात है कि वे सदा धरातल से जुड़े रहते हैं। उनकी पीढ़ी के कई साथी विधायक मंत्री तक बन गए हैं। कुछ तो जूनियर भी हैं। बहरहाल उनकी सहज, सरल, आमजन के बीच उपलब्धता कार्य परिचय का दायरा रायपुर लोकसभा की तमाम विधानसभा क्षेत्रों में पकड़ उन्हें हिंदी छत्तीसगढ़ी भाषा से संवाद शैली भी अन्यों से विशिष्ट बनाती है। वे सामान्य बोलचाल में रहते हैं कि पार्टी जिसे उम्मीदवार बनाए वे निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। पार्टी का जो भी आदेश होगा शिरोधार्य है।