कोरोना होने पर पीएम ने फोन कर कहा- एलोपैथी के बजाय आयुर्वेद से इलाज करें- चंद्रचूड़

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को कोर्ट परिसर में आयुष होलिस्टिक वेलनेस सेंटर का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कोरोना काल की एक रोचक संस्मरण साझा किया।
डी वाई चंद्रचूड़ : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कोर्ट परिसर में आयुष होलिस्टिक वेलनेस सेंटर का गुरुवार को उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कोविड काल का एक रोचक संस्मरण साझा करते हुए आयुष चिकित्सा पध्दति की प्रशंसा की।
कोविड होने पर आयुर्वेद से इलाज किया
देश में जब कोविड का पहला दौर था। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि कोविड का उन्हें पहला अटैक होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया। उन्होंने कहा कि मुझे (मोदी) लगता है कि आप अच्छी स्थिति में नहीं है हमारे वैद्य राजेश कोटेचा जो हमारे आयुष सचिव भी हैं,वह आपसे बात करेंगे और दवा व जरूरी चीजें भिजवायेंगे। मैंने (चंद्रचूड़) वह दवाएं ली और आराम मिला। उन्होंने आगे बताया कि दूसरी, तीसरी बार भी कोविड से पीड़ित होने पर उन्होंने अपने डॉक्टर की राय के बावजूद एलोपैथिक दवा नही लेने का दुस्साहस किया और आयुष चिकित्सा से ठीक हुआ।
चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी पद्धति और होम्योपैथी डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया
चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने आयुष अंतर्गत आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी पद्धति और होम्योपैथी से जुड़े चिकित्सकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे (चंद्रचूड़) आयुर्वेद और समग्र जीवन शैली के समर्थक हैं। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट परिसर में आयुष सेंटर की शुरुआत को संतोषजनक क्षण करार देते हुए कहा कि सीजेआई का पद संभालने के साथ से ही वे इसके लिए प्रयास कर रहे थे। उन्होंने जजो और उनके परिवारों के अलावा सुप्रीम कोर्ट के स्टाफ के करीब 2 हजार सदस्यों की भी चिंता है। उन्होंने कहा, मुझे बहुत खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट में यह सुविधा आ गई है। मुझे विश्वास है कि हम अपने माध्यम से आयुर्वेद का संदेश पूरे देश और उसके बाहर भी फैलाने में सक्षम होंगे।