जून तक बढ़ा नड्डा का कार्यकाल, उन्हें अध्यक्ष बनाए रखना पार्टी का सही निर्णय

BJP President JP Nadda
पार्टी ने नड्डा का कार्यकाल बढ़ाने के लिए संविधान में संशोधन किया था। भाजपा के उक्त फैसले पर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आम चुनाव नजदीक हैं। ऐसे महत्वपूर्ण समय में पार्टी नया अध्यक्ष चुनकर अव्यवस्था पैदा नहीं करना चाहती।
BJP President JP Nadda : भाजपा की राष्ट्रीय परिषद में गत वर्ष पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय के तहत पार्टी अध्यक्ष जेपी नडडा जून- 24 तक अध्यक्ष बने रहेंगे।
गौरतलब हो कि नड्डा का कार्यकाल बढ़ाने के लिए पार्टी ने संविधान में संशोधन किया था। भाजपा के उक्त निर्णय पर राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि आम चुनाव सिर पर है। ऐसे अहम समय पर पार्टी नया अध्यक्ष चुनकर अव्यवस्था पैदा नही करना चाहती। क्योंकि नया अध्यक्ष चुने जाने पर उसे तमाम राज्यों पार्टी संगठनों से तालमेल बिठाने में वक्त लगता है। फिर कई राज्यों में नहीं कार्यकारिणी बनानी पड़ती है या कि कुछ बदलाव करने पड़ते हैं। ये सब एकदम स्वभाविक चीजें हैं।
राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार मई में आम चुनाव है और महज दो-ढाई का वक्त है। ऐसे में पार्टी का नया अध्यक्ष चुना जाना ना तो पार्टी के लिए न ही चुने गए नए पदाधिकारी अध्यक्ष के वास्ते श्रेयस्कर होगा।
जेपी नड्डा का देश भर के राज्यों के भाजपा राज्य इकाइयों समेत जिला इकाइयों से भी संबंध बन चुका है वे आपस में खुलकर बात कर सकते हैं। आमचुनाव करीब हैं। जिसमें पार्टी संगठन की भूमिका अहम रहेगी लिहाजा उक्त निर्णय लिया गया है। सभी दृष्टिकोण से यह सही ठहरता है मई में चुनाव हो जाएगे। फिर नई सरकार गठित हो जाएगी। तब जून में किसी वरिष्ठ पदाधिकारी को पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है जून माह शायद इसलिए कि चुनाव बाद पार्टी चुने गए सांसद अपना नेता औपचारिक तौर पर संगठन प्रमुखों के चर्चा बाद ही चुनेगी।