देश-दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र बन सकता है अयोध्या
रायपुर न्यूज : अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में श्री रामलला विराज चुके हैं। विधि-विधान अनुसार उनकी भव्य नयनाभिराम प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त एवं राजयोग लग्न में साधु संतों- पुजारियों की मौजूदगी में की है। आमजनों के लिए श्री रामलला के दर्शन, आज 23 जनवरी से प्रारंभ हो गया है। मंदिर निर्माण ट्रस्ट का अनुमान है कि रोजाना डेढ़ लाख से अधिक राम भक्त दर्शनार्थ अयोध्या पहुंचेंगे। भारत को अयोध्या के रूप में एक नया धार्मिक पर्यटन स्थल मिला है। ट्रस्ट का मानना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अयोध्या प्रति वर्ष 5 से 10 करोड़ तीर्थयात्रियों को आकर्षित कर सकती है।
अमेरिकी निवेश सलाहकार फर्म जेफरीज ने तो दावा किया है कि अयोध्या में आप वेटिकन सिटी और मक्का से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। फर्म के अनुसार अयोध्या में भारत का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन हॉटस्पॉट बनने की संभावना है। इतना ही नहीं मंदिर बनने से जीडीपी में भारत के पर्यटन क्षेत्र का जीडीपी में योगदान 10 साल में दोगुना होकर 36868 अरब रुपए हो जाएगा। वर्तमान में भारत में टूरिज्म टू जीडीपी रेशियों 6.8 प्रतिशत है। उक्त रिपोर्ट हवाला दिया गया कि अयोध्या में करीब 850 अरब रुपए निवेश से मेकओवर चल रहा है। इसमें नए हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन,सड़कों आदि का निर्माण, पुराने मठ-मंदिरों अधोसरंचनाओं का जीणोद्धार किया जा रहा है। सरयू के किनारे 1200 एकड़ में एक ग्रीनफील्ड टाउनशिप भी तैयार है।
निवेश फर्म के अनुसार मक्का, सऊदी अरब में सालाना पर्यटकों की अनुमानित संख्या 2 करोड़ है। जबकि वार्षिक आय 997.22 अरब रुपए है। इसी तरह वेटिकन सिटी में पर्यटकों के अनुमानित संख्या 90 लाख सालाना है। वार्षिक है 26.17 अरब रूपये है। उधर अयोध्या, भारत में पर्यटकों के अनुमानित संख्या 5 करोड़ से अधिक सालाना है। वर्तमान में अयोध्या में 17 होटल में 590 कमरे हैं। जबकि 73 नए होटल तैयार किए जा रहे हैं। इसी तरह दर्जनों धर्मशालाएं, मठ, होमस्टे में भी ठहरने की व्यवस्था है। रामनवमी तक 50 स्थानों में भंडारा लगातार चलेगा।