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Ramotsav In Raipur: सात फरवरी को अयोध्या के लिए रवाना होगी पहली ट्रेन- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

Ramotsav In Raipur: रायपुर. रामभक्तों के लिए अच्छी खबर है। रामलला के दर्शन के Ramotsav In Raipur लिए छत्तीसगढ़ से पहली ट्रेन 7 फरवरी को रवाना होगी। खुद मुख्यमंत्री ने इस बात की घोषणा की है। रामलला दर्शन योजना की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, राज्य सरकार अपने किये वादों के अनुरूप छत्तीसगढ़ से रामभक्तों को अयोध्या के दर्शन करायेगी। ‘श्रीरामोत्सव- सबके राम’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में ये भी बताया कि ये ट्रेन दुर्ग से रवाना होगी।

बता दें कि पिछली कैबिनेट में राज्य सरकार ने रामलला दर्शन योजना का फैसला लिया था। अयोध्या दर्शन कराने का वादा “मोदी की गारंटी” में भी शामिल था। आपको बता दें कि धार्मिक नगरी अयोध्या में श्री रामलला (Ramlala Darshan Yojna) के दर्शन हर साल लगभग 20 हजार लोगों को कराया जायेगा। छत्तीसगढ़ राज्य के वैसे मूल निवासी, 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी। दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे।

क्या है रामलला दर्शन योजना

प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके पश्चात अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनायी जाएगी। प्रत्येक समिति द्वारा अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेल्वे केटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मण्डल द्वारा एमओयू किया जाएगा।आईआरसीटीसी द्वारा यात्रा के दौरान यात्रियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन तथा एस्कार्ट की व्यवस्था की जाएगी।हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेल्वे स्टेशन तक लाने एवं वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर द्वारा की जाएगी। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा।

900 किलोमीटर की होगी यात्रा

प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा। यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ एवं अंबिकापुर से रेल द्वारा गन्तव्य स्थल के लिए रवाना होंगे। यात्रा का मूल गन्तव्य अयोध्या धाम रहेगा। इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरीडोर तथा गंगा आरती का दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकेगा। वर्तमान में आईआरसीटीसी द्वारा प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध करायी जाएगी। भविष्य में ट्रेन की उपलब्धता अनुसार यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा सकेगी

रामलला दर्शन योजना की खास बातें-

हर साल 20 हजार यात्रियों को राम लला दर्शन हेतु अयोध्या ले जाया जाएगा।
-छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी, 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी।
– प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी।
– दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे।
-प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनायी जाएगी।प्रत्येक समिति द्वारा अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन किया जाएगा।
-छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल को दी गई योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी
– यात्रा के लिए भारतीय रेल्वे केटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा किया जायेगा एमओयू

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