पुलिस बदमाशों से सावधान रहने मुनादी करें, आपकी लापरवाही लुटेरों को मौका देती है…!

रायपुर न्यूज : पुलिस द्वारा खुद को अलर्ट, एक्शन मोड पर बताने के बावजूद राजधानी रायपुर में दुपहिया सवार बदमाशों की हरकतें बंद नहीं हो रही है।आए दिन किसी न किसी इलाके से लूटपाट, छीना-झपटी, मारपीट की शिकायते आती रहती है।
पुरानी बस्ती इलाके में ब्रम्हदेव कालोनी के पास एक छात्र लूट का शिकार हुआ जो गुरुवार को ट्यूशन पढ़कर, मोबाइल में बात करते रात 8:30 बजे सायकल से घर लौट रहा था कि दंतेश्वरी मंदिर के पास दो युवक बाइक से उसके करीब पहुंचे और पीछे बैठे युवक ने उसका मोबाइल झपटा मार कर छीन लिया ओर भाग गए।
वि वि विहार में भी गुरुवार को लूट का शिकार हुआ। वह रात 9 बजे अपनी बाइक से घर लौट रहा युवक को मोवा ओवर ब्रिज के पास बाइक सवार 3 युवकों ने उसे रोक लिया, मारपीट कर मोबाइल ले भागे। मोवा थाने में उसने रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने आरोपियों की बाइक का नंबर देख लिया था। लिहाजा पुलिस ने जांच बाद लूटपाट करने वाले ताज नगर निवासी मोहम्मद कैफ, वि वि विहार निवासी मोहम्मद गुलाम एवं तीसरा एक अपचारी बालक निकला।
फिर विधानसभा ओवरब्रिज पर तीसरी घटना उसी रात घटी। जब पान ठेला संचालक बुजुर्ग सायकल से घर सकरी गांव लौट रहा था कि उक्त तीनों आरोपी कैफ, गुलाम, अपचारी बालक ने उन्हें रोका। उनके पास से बीड़ी, सिगरेट छीना, नगदी, बैग लूटा और मन नहीं भरा तो ओवरब्रिज से नीचे फेंक दिया। बुजुर्ग ने डर के मारे रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है।
बेशक पुलिस यहां तर्क दे बच सकते हैं कि हर जगह वह मौजूद नहीं रह सकती। बदमाश सुनसान देख हरकत करते हैं। पर सीसीटीवी या लोगों की मदद या खुद की कोशिश से बदमाश पकड़े जाते हैं तो उनका जुलूस चहुंओर निकाला जाना चाहिए। कोर्ट ने उन्हें जमानत नही देनी चाहिए। पुलिस गश्त के दौरान लोगों को बदमाशों को लेकर एलर्ट करें। सच कहे तो पुलिस को मुनादी करनी चाहिए। वजह लोग भी घूमते-फिरते लापरवाह हो जाते हैं। वजह आमजन 2 दिन बाद घटनाओं को भूल ( दूसरों की) अपनी लपरवाही में घूमने-फिरने लगते हैं। पैदल, बाइक या सायकल कार चलाते मोबाइल पर बात करते रहते हैं। ऐसे में बदमाशों को मोबाइल छीनने में बड़ी आसानी होती है।