Uttar Pradesh News: ज्ञानवापी केस में याचिकाकर्ता हरिहर पांडेय का निधन, 77 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसे

Uttar Pradesh News: हरिहर पांडे की उम्र 77 वर्ष थी, जिन्होंने वाराणसी के सर सुंदर दास अस्पताल BHU में अंतिम सांस ली। इस घटना के बाद उनके परिजनों के साथ-साथ वाराणसी के संतों में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी।
Uttar Pradesh News: वाराणसी के प्राचीन ज्ञानवापी मस्जिद को हटाने के लिए तीन याचिकाकर्ताओं में शामिल हरिहर पांडे का निधन हो गया है। हरिहर पांडे की उम्र 77 वर्ष थी, जिन्होंने वाराणसी के सर सुंदर दास अस्पताल BHU में अंतिम सांस ली। इस घटना के बाद उनके परिजनों के साथ-साथ वाराणसी के संतों में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी। हरिहर पांडे की निधन को लेकर काशी के संतों ने दुख प्रकट किया है और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त किया है।
बता दें कि ज्ञानवापी प्रकरण का प्राचीन मुकदमा- संख्या -610/1991, स्वयंभू आइडल भगवान आदि विशेश्वर के नाम से सन 1991 में वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद को हटाने के उद्देश्य से तीन याचिकाकर्ताओ द्वारा सिविल कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। जिनमें रामरंग शर्मा, सोमनाथ व्यास और हरिहर पांडे का नाम शामिल था। काफी वर्ष पहले ही राम रंग शर्मा और सोमनाथ व्यास दो याचिकाकर्ताओ का निधन हो गया था।
इसके अलावा हरिहर पांडे द्वारा वाराणसी के अन्य प्राचीन मंदिर और सनातन संस्कृति आयोजन को लेकर भी लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा था। काशी ज्ञानवापी मामले में वह 33 वर्षों से मुकदमा लड़ रहे थे। बीते कुछ समय से वह अस्वस्थ थे और उनका काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सरसुंदर दास अस्पताल में इलाज चल रहा था।