NOTA 2023 : छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ; आम आदमी पार्टी से ज्यादा वोट “नोटा” को, एक बड़े कांग्रेसी ने नोटा प्रणाली बंद करने की मांग रखी थी
![NOTA 2023 :](https://eglobalnews.in/wp-content/uploads/2023/12/d95ef20e-eb32-4120-a378-776e8f41e6b0-1024x576.jpeg)
NOTA 2023 :
NOTA 2023 : नोटा ने बिगाड़ा प्रत्याशियों का बड़ा खेल !
NOTA 2023 : प्रदेश में हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में कुछ रोचक तथ्य निकल कर सामने आए हैं। NOTA 2023 जिनमें से एक महत्वपूर्ण- तो यह कि-19 विधानसभा क्षेत्रों में नोटा तीसरे क्रम पर रहा हैं। जबकि राज्य में यही नोटा चौथे क्रम पर मुस्कुराते खड़ा है। राज्य के एक बड़े कांग्रेस नेता ने नोटा की सुविधा तुरंत बंद करने की मांग उठाई थी। उनका साफ इशारा था। मतदाता आर या पार नोटा भला किसका है। यार (दोस्त)। उनका दर्द कितनी गहरी बात कर रहा था। यह चुनाव नतीजा बता गया।
दरअसल राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने अन्य समेत दर्जन भर राजनीतिक दलों के वोटों का प्रतिशत जारी किया हैं। जिसमें भाजपा, कांग्रेस, बसपा के बाद नोटा ( इनमें से कोई नहीं) चौथे क्रम पर है उसने (नोटा) छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) तथा आम आदमी पार्टी (आप) को पीछे छोड़ दिया हैं। नोटा को 1.26 प्रतिशत वोट मिले हैं। जबकि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) को 1.23 तथा आम आदमी की पार्टी को महज 0.93 प्रतिशत। वोट मिले हैं। कुल पड़े वोटो का प्रदेश में।
बताया गया है कि इन 19 शहरों में नोटा को तीसरा स्थान मिला- आरंग, बसना, बीजापुर, बिन्द्रानवागढ़, चित्रकोट, धमतरी, धर्मजयगढ़, दुर्ग शहर, जगदलपुर, केशकाल, खैरागढ़, कोण्डागांव, कुनकुरी, कुरूद, लैलूंगा, मोहला- मानपुर, रामानुजगंज साजा विधानसभा सीट शामिल है।
इतना ही तीन विधानसभा सीट में तो इस नोटा ने प्रत्याशियों की हार-जीत तय करने में या गणित बिगाड़ने में भूमिका अदा की है। देखें- अंबिकापुर जहां उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को भाजपा के नए प्रत्याशी राजेश अग्रवाल ने मात्र 94 मतों से शिकस्त दी है। वहां नोटा को 2100 वोट मिले हैं। इधर बीजापुर में कांग्रेस के विक्रम मंडावी ने भाजपा के महेश गागड़ा को 2706 मतों से हराया। जबकि यहां पर नोटा ने 3628 वोट झटक लिया। उधर धमतरी में कांग्रेसी प्रत्याशी ओंकार साहू ने भाजपा प्रत्याशी रंजन साहू को 2606 मतों से शिकस्त दी। जबकि नोटा यहां से 2695 वोट ले गया। उधर बिन्द्रानवागढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी जनक ध्रुव ने भाजपा प्रत्याशी गोवर्धन मांझी को 816 मतों से हराया जबकि नोटा ने 3710 मत हथिया लिए। यहां यह बता देना लाजमी होगा कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के राज्य के एक बड़े नेता ने नोटा प्रणाली को सख्त आलोचना करते हुए इसे खत्म करने का सुझाव दिया था। शायद उन्होंने सच भाप लिया था।
(लेखक डा. विजय )