Mon. Jul 21st, 2025

Reservation Amendment Bill: आरक्षण संशोधन बिल पर सांसद सुनील सोनी ने कहा- पूरे देश के लोग इस बात पर निंदा कर रहे हैं…

Reservation Amendment Bill: मुख्यमंत्री नहीं चाहते थे कि आदिवासी, अनुसूचित जाति या पिछड़ा वर्ग को सही न्याय मिले। इसपर राज्यपाल से बात करने के बजाय सार्वजनिक बयानबाजी किया, यह अपमानजनक है।

Reservation Amendment Bill: आरक्षण संशोधन बिल को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आज राज्यपालों के विधेयक रोकने पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी मामले पर बयान दिया. जिसपर सांसद सुनील सोनी ने बयान दिया है।

उन्होंने आरक्षण बिल को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री नहीं चाहते थे कि आदिवासी, अनुसूचित जाति या पिछड़ा वर्ग को सही न्याय मिले। इसपर राज्यपाल से बात करने के बजाय सार्वजनिक बयानबाजी किया, यह अपमानजनक है।

आरक्षण संशोधन बिल पर जारी सियासत पर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि मुख्यमंत्री नहीं चाहते थे कि आदिवासी, अनुसूचित जाति या पिछड़ा वर्ग हो उनको सही न्याय मिले। बिल को इन्होंने बहुमत के आधार पर पास किया और राज्यपाल से कभी चर्चा नहीं की। छत्तीसगढ़ एक पहला राज्य है, जहां एक आदिवासी बहन जो राज्यपाल थी। उसका जिस प्रकार से बेज्जती किया सार्वजनिक बयानबाजी किया, उनके पद का सम्मान नहीं किया। राज्यपाल जो है वह मुख्यमंत्री को शपथ दिलाने वाले, उनको कुर्सी में बैठने वाले रहते हैं। लेकिन उनके पद का भी सम्मान नहीं किया। लगातार राज्यपाल और राज भवन पर उंगली उठाएं। “इसको मैं अपमान भी मानता हूं और अपराध भी मानता हूं”। बातचीत और चर्चा का दरवाजा हमेशा खुला रहता है। लेकिन उन्होंने इस रास्ते को ना अपना के सार्वजनिक बयानबाजी की है। जो छत्तीसगढ़ के लिए शर्मनाक है, पूरे देश के लोग इस बात पर निंदा कर रहे हैं।

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